बिलासपुर/ लोक निर्माण और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज यहां मंथन सभाकक्ष में विभागीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सबसे पहले लोक निर्माण विभाग के काम-काज की समीक्षा की। मंत्री साहू ने कहा कि निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण करें, अन्यथा गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी निर्माण कार्य की प्लानिंग व्यावहारिक दृष्टि से करें। सड़कों की प्लानिंग ऐसी करें कि कम से कम आने वाले 20 सालों तक वे उपयोगी रहें। उन्होंने कहा कि नदियों के ऊपर बनने वाले पुलों की ऊंचाई उतनी ही रखें, जितनी आवश्यक हो। किसी भी निर्माण कार्य में देरी जमीन अधिग्रहण या मुआवजा की वजह से नहीं होनी चाहिये। इस प्रकार की समस्या आने पर साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में कलेक्टर को अवगत कराएं। साहू ने विभाग के अधिकारियों से कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट में बजट की समस्या होने पर तत्काल स्थानीय विधायकों के माध्यम से उन तक बात पहुंचाएं। बजट की वजह से किसी भी प्रोजेक्ट में देरी नहीं होने दी जाएगी।
इस दौरान नगर विधायक शैलेश पांडेय ने सीवरेज का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सीवरेज की सड़कों पर 70 प्रतिशत रेत भरनी थी और 30 प्रतिशत मिट्टी, लेकिन निगम और पीडब्ल्यूडी ने मिलकर उल्टा काम किया। यानी कि 70 प्रतिशत मिट्टी और 30 प्रतिशत रेत की भराई की गई। इससे शहर की सीवरेज वाली सड़कें धंस गईं। पीडब्ल्यूडी ने बिना इसकी जांच किए और बिना इसका रेस्टोरेशन कराए, उन्हीं सड़कों को जो धंसक रही थीं, ऊपर से लेबल कर दिया है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि विधानसभा में किसी भी मामले में प्रश्न उठे और अधिकारियों पर आरोप लगे तो बिना जांच के सस्पेंड कर दूंगा। गुणवत्ता और टाइमिंग का ख्याल नहीं रखा गया तो ठेकेदारों के साथ अधिकारियों को भुगतान करना पड़ेगा। ठेकेदार मेरे दल के हैं या फिर किसी और दल के। मैं इसकी परवाह नहीं करूंगा।
लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर एके मंधान ने साहू को बिलासपुर संभाग में लोक निर्माण विभाग द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों से अवगत कराया। मंत्री साहू ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों से बिलासपुर-रायपुर फोरलेन की प्रगति की जानकारी ली। एनएच के अधिकारियों ने बताया कि सारागांव से सिमगा तक फोरलेन का कार्य बचा है जिसे मई माह तक पूरा कर लिया जाएगा।