देश में होने वाले लोकसभा चुनावों की तारीखों को लेकर लग रही तमाम घोषणाओं पर किसी भी समय विराम लग सकता है। आयोग इस बार अप्रैल से मई तक सात से आठ चरणों में चुनाव करा सकता है। चुनावों की तिथियों की घोषणा इस सप्ताह के अंत में या अगले सप्ताह की शुरुआत में होने की प्रबल संभावना है।
तैयारियों का जायजा ले चुका है आयोग
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि 2014 के मुकाबले में यदि कोई बदलाव वांछित है। इसमें संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के समय, घंटों में आवश्यक तब्दीली यदि जरूरी है तो उसके लिए आयोग को सूचित कर सकते हैं। आयोग पिछले दो सप्ताह से चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए राज्यों के कई चरणों में दौरे कर तैयारियों का जायजा ले चुका है। पूरे देश में लोकसभा चुनावों को लेकर आयोग पहले से ही पूरे जोश में है।
3 जून को समाप्त होगा कार्यकाल
जानकारी के मुताबिक चुनाव कराने के लिए अपनी तार्किक तैयारियों को पूरा करने के बाद 17 वीं लोकसभा गठन के लिए विस्तृत मतदान कार्यक्रम की घोषणा की जा सकती है। वर्तमान में 16 वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है, ऐसे में आयोग के पास पर्याप्त समय है कि वह पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी करे। क्योंकि आयोग को चुनाव की तिथियों की घोषणा और चुनाव के लिए कम से कम दो सप्ताह का अंतराल होना चाहिए इस हिसाब से आयोग मार्च के अंत तक तिथियों की घोषणा कर अप्रैल की शुरुआत में मतदान करा सकता है।