बिलासपुर। केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का नारा दिया है। उस दिशा में केंद्र सरकार काम कर रही है। किसी भी प्रदेश के विकास के लिए राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वय बहुत जरूरी है। यदि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार केंद्र की भाजपा सरकार से समन्वय बनाकर काम करेगी तो यहां भरपूर पैसा आएगा।
केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह रविवार को बिलासपुर में एक दिनी प्रवास पर आई थीं। पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि देश में जितनी भी सरकारें आईं, किसी ने आदिवासी समाज के बारे में नहीं सोचा। जब भाजपा की सरकार आई और अटल बिहारी बाजपेयी पीएम बने तो पहली बार 1999 में उन्होंने इस समाज के लिए अलग मंत्रालय की स्थापना की। अभी भी समाज को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वो नहीं मिल पा रही हैं। आज भी बहुत कुछ कमियां हैं। पीएम ने 100 दिन का समय दिया है, हर विभाग का प्लान बनाने के लिए। उन्होंने कहा कि देश में 20 लाख से अधिक आदिवासी बच्चे हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें ज्यादा से ज्यादा स्कालरशिप दिलाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता द्वारा मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर आदिवासियों की जमीन हड़पने के आरोप के सवाल पर उन्होंने कहा कि देश की जनता जानती है कि कांग्रेसी आपस में उलझे हुए हैं। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पर जनता ने भरोसा नहीं जताया। रही बात आरोप की तो ये उनका अंदरूनी मामला है। इतना कहने के बाद मुस्कुराते हुए वे सवाल को टाल गई। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनता, गरीब, किसान कोई सुरक्षित नहीं है। बीजेपी नेता भी असुरक्षित हैं। उन्हें सुरक्षा दिलाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाएगा।