बिलासपुर। विधायक शैलेश पांडेय ने बस्तर विश्वविदयालय का नाम बदलकर शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय किए जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शिक्षामंत्री उमेश पटेल को पत्र लिख कर विधायक शैलेश ने कहा है कि अगर प्रदेश के ऐसे वीर सपूत के नाम पर यदि बस्तर विश्वविद्यालय का नाम रखा जाता है तो उनके प्रति सच्ची श्रंद्धाजलि होगी |विधायक शैलेश पांडेय के इस प्रस्ताव को कांग्रेस विधायकों ने भी अपना समर्थन दिया है, विधायकों द्वारा हस्ताक्षर किए गए पत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उच्चशिक्षा मंत्री उमेश पटेल को पत्र सौपा है।
यह हम सबके लिए गर्व की बात है कि प्रदेश के कोंडागांव जिले ने देश के सर्वाधिक सुधार वाले पांच आकांक्षी जिलों की मई 2019 की @NITIAayog द्वारा जारी डेल्टा रैंकिंग में पहला स्थान प्राप्त किया है।
इस अवसर पर मैं जिला प्रशासन व नागरिकों को पुनः बधाई देता हूँ।
बढ़ता चले छत्तीसगढ़.. https://t.co/nvaOGTJjx7
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 18, 2019
विधायक शैलेश पांडेय ने बस्तर विश्वविदयालय का नाम बदलकर शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय किए जाने की मांग करते हुए पत्र में लिखा है कि बस्तर एक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जहा शहीद महेंद्र कर्मा जी का जन्म हुआ है, जिन्होंने जीवन भर आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी। वहां पर हो रहे नक्सली हमलो के विरोध में अपनी आवाज उठाई, महेंद्र कर्मा एक लोकप्रिय जन नेता थे। वे छत्तीसगढ़ के मंत्री और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष भी रहे है, उन्होंने बहादुरी से नक्सलियों से सामना करते हुए अपनी जन गवाई है। शहीद महेंद्र कर्मा के नाम से विश्वविद्यालय होना, उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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बता दें कि महेंद्र कर्मा एक आदिवासी राजनीतिक नेता थे, वह 2004 से 2008 तक छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे। सन 2005 में, उन्होंने छत्तीसगढ़ में माओवादी समूह नक्सलियों के खिलाफ सलवा जुडूम आंदोलन के आयोजन में एक शीर्ष भूमिका निभाई, वह 2000 से 2004 में राज्य गठन के बाद से अजीत जोगी कैबिनेट में उद्योग और वाणिज्य मंत्री थे। 25 मई 2013 को नक्सलियों द्वारा महेंद्र कर्मा के निर्मम हत्या कर दी गई थी।