बिलासपुर। छत्तीसगढ़ संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन के लिये 1 अगस्त को ‘हरेली तिहार’ भव्य तरीके से आयोजित किया जायेगा। हरेली तिहार के अवसर पर प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय, जनपद मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय स्तर पर विभिन्न सांस्कृतिक तथा ग्रामीण खेलकूद के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। सभी विभागों को हरेली तिहार व्यापक एवं भव्य रूप से मनाने के लिये तैयारी करने के निर्देश दिये गये हैं। उक्त निर्देश कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग ने आज यहां मंथन सभाकक्ष मे आयोजित टीएल बैठक में दिये।
हरेली तिहार के अवसर पर शाम को छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा को दृष्टिगत रखते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ी ग्रामीण खेलकूद जैसे गेंड़ी दौड़, खो-खो, कबड्डी, फुगड़ी, बिल्लस आदि का आयोजन करने के निर्देश दिये। डाॅ.अलंग ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के स्टाल भी लगाने के निर्देश दिये साथ ही कहा कि खेलकूद के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जायेगा। हरेली तिहार कार्यक्रम स्थल में पौधारोपण भी किया जायेगा। हरेली तिहार के अवसर पर नवनिर्मित गौठानों का लोकार्पण मुख्य अतिथि के द्वारा ग्रामीणों के उपस्थिति में किया जायेगा। इसके साथ ही प्रत्येक स्टाल में उद्यानिकी, कृषि एवं अन्य विभागों की योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी जाएगी।
कलेक्टर ने अधिकारियों को ऋण माफी तिहार में सभी कृषकों और जनप्रतिनिधियों को सम्मिलित करने के निर्देश दिये, साथ ही कहा कि कृषकों को योजनाओं की जानकारी भी दी जाए। उन्होंने कहा कि तिहार स्थल पर नरवा, गरवा, घुरूआ और बाड़ी का माॅडल प्रदर्शित करें।
बैठक में डाॅ.अलंग ने सूखे की स्थिति से निपटने के लिये कृषि, जल संसाधन और पीएचई विभाग के अधिकारियों को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कम बारिश को देखते हुए सूखे की स्थिति से निपटने के लिये आवश्यक तैयारी रखें। कृषि विभाग के अधिकारियों को अर्ली सीड के पर्याप्त स्टाॅक एवं आवश्यकता पड़ने पर वितरण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पशु विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिये कि चारे की पर्याप्त उपलब्धता रखें। यदि आवश्यक हो तो वन विभाग से चारे की मांग कर लें। उन्होंने पीएचई के अधिकारियों को पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। नगर निगम के अधिकारियों को भी पेयजल की उपलब्धता रखने को कहा।
डाॅ.अलंग ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि रोजगार की तलाश में पलायन ना होने पाये। इसके लिये स्थानीय स्तर पर ही रोजगार उपलब्ध करायें। बैठक में कलेक्टर ने राजस्व के मामलों को तेजी से निपटाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी।