बिलासपुर। बेलतरा में निर्माणाधीन मां शारदा कोलवाशरी के शिकार मजदूरों को न्याय मिलने के संकेत मिल रहे हैं। पूर्व विधायक और भाजपा नेता रामदयाल उइके का कहना है कि यह कोलवाशरी उनकी नहीं है। उनके चाचा विजय जगत की है। उन्होंने मजदूरों को जल्द ही मजदूरी दिलवाने की बात कही है।
बीते दिनों कलेक्टोरेट पहुंचकर ग्रामीणों ने बताया था कि बेलतरा में निर्माणाधीन मां शारदा कोलवाशरी में काम करने वाले मजदूरों का भरपूर शोषण किया जा रहा है। उन्हें 17 महीने से मजदूरी नहीं दी जा रही है। काम छोड़ने पर प्रबंधन के लोग उन्हें धमकाते रहते हैं। जान से मरवाने और झूठे केस में जेल भेजने की धमकी तक देते रहते हैं। इससे परेशान होकर दो दर्जन से अधिक मजदूरों ने न्याय के लिए कलेक्टर का दरवाजा खटखटाया है।
मजदूरों ने तीन लोगों का लिया था नाम
कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में मजदूरों ने मां शारदा कोलवाशरी के तीन पार्टनर होने का दावा किया है। इसमें जिंदल, पूर्व विधायक रामदयाल उइके और विजय जगत के नाम शामिल हैं।
मामले में समझौता करा लिया जाएगा: उइके
मां शारदा कोलवाशरी के पार्टनरों में नाम आने पर जब पूर्व विधायक उइके से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि यह कोलवाशरी उनके चाचा की है। मजदूरों की शिकायत सामने आने के बाद वे स्वयं कोलवाशरी गए थे। वहां उन्होंने चर्चा की तो पता चला कि वहां पूरा काम ठेके पर मनीराम को दे दिया गया है। ठेकेदार ने वहां बनी झोपड़ियों को तोड़ दिया और मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया है। उन्होंने मजदूरों को उनकी मजदूरी दिलाने का दावा किया है।