Monday, December 23, 2024
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बिलासपुर: सिविल लाइन पुलिस को मिली बड़ी सफलता, पंजाब के ब्लैकमेलिंग गरोह का किया पर्दाफाश…बड़े अधिकारियों को बनाते थे अपना शिकार…

बिलासपुर। सिविल लाइन पुलिस को पंजाब के ब्लैकमेलिंग गिरोह को पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने अपराध को अंजाम देने से पहले ही गिरोह के तीनों सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके टारगेट में बड़े अफसर होते थे। इन आरोपियों ने दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने का डर दिखाकर बैंक मैनेजर से लाखों रुपए की ठगी की थी।

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि पंजाब से तीन आए हैं, जिसमें एक महिला और दो पुरुष हैं। अग्रसेन चौक के पास ये लोग जेवर बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। इस पर सिविल लाइन की एक टीम बनाई गई, जिसमें एसआई ईशा ओग्रे, प्रधान आरक्षक अशोक कश्यप, आरक्षक संजीव जांगड़े, गोविंद शर्मा, जय साहू, तदवीर पोर्ते, महिला आरक्षक मालती और सुरेखा शामिल थीं। टीम मौके पर पहुंची और हुलिए के आधार पर तीनों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया। प्रारंभिक पूछताछ में सभी गोलमोल जवाब दे रहे थे। संदेह होने पर निवास के बारे में पूछताछ की गई। इस बीच सिविल लाइन टीआई कलीम खान ने पंजाब प्रांत के जालंधर जिले के रामामंडी थाने से सूचना ली तो पता चला कि वहां पंजाब एंड सिंध बैंक रामामंडी के बैंक मैनेजर सुशील वर्मा की रिपोर्ट पर आरोपी प्रियारानी, गंगा और सलौनी वगैरह के खिलाफ धारा 386, 342, 506, 332, 120बी के तहत अपराध दर्ज है। इन लोगों ने एक राय होकर सुनियोजित तरीके से बैंक मैनेजर सुशील वर्मा से लोन लेने के बहाने एक लड़की को भेजा, जहां लड़की ने उनके पास प्रापर्टी के एवज में लोन का आवेदन दिया। लोन के बहाने बैंक मैनेजर से उसने फोन में बातचीत शुरू की और उसे बहला कर अपनी ओर कर लिया। इस बीच जब बैंक मैनेजर प्रापर्टी के निरीक्षण के लिए गए तो लड़की उसे बहलाकर अपने कमरे में ले गई। इस बीच 7-8 लोग सुनियोजित योजना के तहत वहां पहुंचे और दोनों की फोटो खींचने लगे। इसके बाद पैसे नहीं देने पर दुष्कर्म और छेड़छाड़ के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने लगे। उनकी बातों से डरकर बैंक मैनेजर ने 7 लाख 10 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद उसने थाने में रिपोर्ट लिखाई। यह जानकारी मिलने पर सिविल लाइन पुलिस ने तीनों लोगों से अलग-अलग पूछताछ की। इस दौरान महिला ने अपना नाम प्रियारानी वाधवन और दोनों पुरुषों ने क्रमश: अपना नाम अशोक कुमार और अश्वनी कुमार बताया। इस नाम से रामामंडी थाने से मिली सूचना की पुष्टि हो गई। पूछताछ में आरोपी प्रियारानी ने कबूल किया कि उसने गंगा और सलौनी के साथ मिलकर बैंक प्रबंधक से 7 लाख 10 हजार रुपए वसूले थे। इसमें से 2 लाख 60 हजार रुपए उसने खुद ही रख लिया था।

ये हुए बरामद

पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी पुराना बसस्टैंड स्थित बॉबी लॉज में ठहरे हुए थे। उनकी निशानदेही पर प्रियारानी के पास से सोने के अलग-अलग जेवर, अश्वनी से 20 हजार रुपए और अशोक कुमार के पास से 46 सौ रुपए बरामद हुए हैं। कुल जब्त नगद और जेवर की कीमत 2 लाख 33 हजार 6 सौ रुपए है।

ये हैं आरोपी

प्रियारानी वाधवान पति समीर वाधवान (26), पता- वार्ड क्रमांक 8 मोहल्ला सरियन अलावनपुर थाना रामामंडी जिला जालंधर पंजाब।

अश्वनी कुमार पिता तरसेन लाल (40), पता- एचएन 135ए गली नंबर 5 थाना रामामंडी जिला जालंधर पंजाब।

अशोक कुमार पिता साधुराम (60), पता- संतोकपुरा वार्ड क्रमांक 8 थाना रामामंडी जिला जालंधर पंजाब

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