छत्तीसगढ़ / अायकर विभाग ने प्रदेश में पहली बार बकाया टैक्स वसूलने जब्त की कंपनी की गाड़ियां, प्लाॅट कुर्क
राजधानी की फर्म पर छह साल से 1.93 करोड़ रुपए बकाया, उसी की वसूली के लिए जब्ती और कुर्की
रायपुर. बकाया वसूली के मामले में अायकर विभाग ने छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार राजधानी की कंपनी नवभारत फ्यूल्स की गाड़ियां जब्त कर ली हैं। गाड़ियां कंपनी (नवभारत उद्योग भवन, रिंग रोड) पर 2012-13 का 43.64 लाख के टैक्स बकाया के एवज में जब्त की गईं। यही नहीं, लगभग 1 करोड़ रुपए के इसी कंपनी पर दूसरे कर बकाया के बदले में उरला का प्लाट कुर्क कर लिया गया है। आयकर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नवभारत फ्यूल्स पर 2015-16 तक आयकर का बकाया 1.93 करोड़ रुपए हो चुका है।
आयकर अफसरों ने बताया कि कंपनी को टैक्स के लिए कई बार नोटिस दिए गए, लेकिन भुगतान नहीं हुअा। लगभग चार साल तक नोटिस भेजने के बाद विभाग की टीम ने शुक्रवार को कंपनी के परिसर में जाकर बेंज टैंकर और टाटा ट्रक जब्त कर ली हैं। दोनों गोदाम में खड़ी थीं। इसके बाद नवभारत फ्यूल्स और उससे जुड़ी विशाल पैकेजिंग की सभी संपत्ति की खरीदी-बिक्री भी रोकी गई है। विभाग ने इन्हीं कंपनियों से जुड़ी उरला इंडस्ट्रियल एरिया में सरोरा की सड़क नंबर 74 का लीज प्लाट भी सीज किया है। यह 10500 वर्गफीट का यह प्लाट कंपनियों को 99 साल की लीज पर मिला था। जमीन का कुर्की आदेश जारी करने के बाद विभाग ने कहा कि इस कंपनी की अचल संपत्ति की खरीदी-बिक्री, किराएदारी, मॉर्डगेज, लीज आदि से संबंधित अनुबंध कोई न करे, अन्यथा वह जवाबदेह होगा। विभाग ने नवभारत फ्यूल्स के उन 10 देनदारों को भी नोटिस जारी किया है, जिनसे 80 लाख रुपए की वसूली की जानी है।
गाड़ियों के जब्त होने से खलबली : आयकर विभाग की इस तरह की कार्रवाई के बाद शहर के बड़े कारोबारियों और आयकर बकायादारों में खलबली मच गई है। गाड़ियां सीज होने के बाद यह तय माना जा रहा है कि बकाया टैक्स की वसूली के लिए इससे भी सख्त कार्रवाई की जा सकती है। बताया जा रहा है कि हाल ही में मध्यप्रदेश के दोनों राज्यों के बड़े अफसरों की बैठक बुलाई गई थी। इसी में तय किया गया था कि बकाया रकम की वसूली के लिए इसी तरह की सख्ती करनी है। इसके बाद ही अफसरों ने इसकी शुरुआत राजधानी से की है। बाकी जिलों में भी ऐसी कार्रवाई के लिए सर्वे किया जा रहा है। विभाग ने साफ कर दिया है कि जिन लोगों पर भी आयकर का बकाया है, अब उनपर इसी तरह सख्ती की जाएगी।