गरियांबद जिले के सुपेबेड़ा से अक्सर आती है ऐसी मौत की खबरें
अब इस गांव में 20 से ज्यादा मरीजों को है डायलिसिस की दरकार
गरियाबंद. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में फिर एक पुरानी वजह से मौत की बात सामने आई है। रविवार की सुबह यहां एक 63 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। दरअसल सुपेबेड़ा नाम के इस गांव में बहुत से लोग किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं। मृतक पुरंधर पुरैना ने करीब साल भर से अपना इलाज बन्द करवा दिया था। 10 गुना बढ़ चुके क्रिएटीन को देखकर डायलिसिल के लिए रायपुर रेफर किया गया था। पर वह नहीं गया और अब उसकी मौत हो चुकी है।
डायलिसिस मशीन तो लगा दी पर ऑपरेटर की भर्ती अब तक नहीं
- स्थानीय प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक इस मौत के बाद यहां मरने वालों का आंकड़ा पिछले 5 साल में 70 तक पहुंच चुका है। बीएमओ सुनिल भारती ने बताया कि पुरनधर लंबे समय से बीमार चल रहे थे,पिछले कई माह से डायलिसिस की सलाह दी जा रही थी उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया था,लेकिन वे इलाज नही करवा रहे थे। उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी। लोगों ने बताया कि अब भी यहां 20 से ज्यादा लोग अब ऐसे है जिन्हें डायलिसिस की दरकार है।
- यहां 23 फरवरी को सीएचसी में डायलिसिल मशीन लगा दिया गया,पर उसके ऑपरेटर की भर्ती अब तक नही हो सकी है। यहां हो रही मौतों का पता लगाने 2 साल पहले, पहल तो हुई पर आज तक कोई रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। चुनाव के वक्त होने वाली मौतों पर आंसु बहाने कई नेता यहां पहुंचे थे, मगर असल में यहां अब भी वैसी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच सकी हैं जिससे आम आदमी को सस्ता और अच्छा इलाज मिल सके।