बिलासपुर। जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक में सोशल डिस्टेंस का कितना पालन हो रहा है यह तो यह तस्वीर ही बता रही है। जिला पंचायत सभाकक्ष में अफसर और नेता सटकर बैठे हैं तो कभी गरमा-गरमी तो कभी नरम रुख अपनाते हुए चाय-नाश्ता करते रहे। मीडियाकर्मियों को सोशल डिस्टेंस का पालन कराने की सीख देने वाले ये जनप्रतिनिधि और नेताओं को यह समझ नहीं आया कि ये खुद ही इसका पालन कर रहे हैं।
हुआ यूं कि शुक्रवार दोपहर जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान की अध्यक्षता में सामान्य सभा की बैठक शुरू हुई। इससे पहले जिला पंचायत सदस्यों को जो सूचना जारी की गई थी, उसमें बताया गया था कि यह बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंह के माध्यम से होगी। जनपद सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों को हिदायत दी गई थी कि वे अपने क्षेत्र के जनपद पंचायत सभाकक्ष में बैठकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सामान्य सभा में शामिल होंगे, पर शुक्रवार दोपहर जब बैठक शुरू हुई तो जिला पंचायत सभाकक्ष का नजारा ही अलग था। बैठक में इतने जनपद और जिला पंचायत सदस्य आ गए थे कि उनके बैठने के लिए एक कुर्सी अरजेस्ट नहीं हो पा रही थी। कुछ विभागों से आए अधिकारी बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
इसी बीच जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहाने के इशारे पर एक अधिकारी ने माइक में मीडियाकर्मियों को संबोधित किया कि कृपया मीडियाकर्मी कुछ देर के लिए बाहर चले जाएं। उस समय बमुश्किल आधा दर्ज मीडियाकर्मी थे। सभी कुछ कहे बगैर सभाकक्ष से बाहर निकले और बैठक का बहिष्कार करने की योजना ही बना रहे थे कि एक अधिकारी आए और सभी मीडियाकर्मियों को एडिशनल सीईओ के चेंबर में बिठाया और कहा कि यहां से आप खबर कवरेज कर सकते हैं। मीडियाकर्मी इस बात के लिए राजी नहीं थे। मीडियाकर्मियों के बुलावे जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान पहुंचे। तब मामला गरमा गया था।
मीडियाकर्मी बोले कि आखिर बैठक से बाहर भेजने का क्या मकसद है। यहां बैठक में जो प्रस्ताव पास किए जा रहे हैं, वह किस माध्यम से ग्रामीणों को भेजा जाएगा। इतना सुनते ही एक महिला जनप्रतिनिधि ने कहा कि यहां सोशल डिस्टेंस का भी पालन कराना है। इतने में मीडियाकर्मी भड़क गए और कहा कि आधा दर्जन के लिए सोशल डिस्टेंस और 50 से अधिक अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के लिए कोई नियम नहीं। हालांकि बाद में जिला पंचायत अध्यक्ष चौहान और अधिकारियों के आग्रह पर मीडियाकर्मी खबर कवरेज करने सभाकक्ष में गए, जहां एक तरफ मीडियाकर्मियों को कुर्सी उपलब्ध कराई गई। अब सवाल यह उठता है कि आखिर जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान को मीडिया से एलर्जी क्यों हैं।
बताया जाता है कि पिछली बैठक में भी उन्होंने मीडियाकर्मियों को बाहर कक्ष से बाहर निकलवा दिया था। हालांकि उस समय किसी भी मीडियाकर्मी ने इसका विरोध नहीं किया था और मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।