अभिनेत्री कंगना रनौत की ओर से मुंबई पुलिस एवं मुंबई के बारे में अपमानजनक बयानबाजी के बाद सभी राजनीतिक दल लामबंद हो गए हैं। कंगना के विरुद्ध राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग शिवसेना और मनसे ने शुक्रवार को गृहमंत्री से की है।
शिवसेना विधायक एवं मंत्री अनिल परब ने कहा कि कंगना ने सुशांत सिंह राजपूत मौत की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से करवाए जाने की मांग की थी। इस मामले की जांच सीबीआई पिछले 15 दिनों से कर रही है। कंगना के पास जो कुछ इनपुट हैं, उन्हें सीबीआई के पास जाकर देना चाहिए था। लेकिन वह मुंबई पुलिस और मुंबई की लगातार बदनामी कर रही हैं। मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से कर रही हैं। उन्हें पीओके में लोग किस तरह रह रहे हैं, उसका अनुभव कैसे हुआ, इसका पता पुलिस को करना चाहिए। इस मामले में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने कंगना पर राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है। सरनाईक ने कहा कि शिवसेना की महिला इकाई कंगना को जवाब देने के लिए काफी है। लेकिन पुलिस को भी इस मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत ने कंगना के बयान की कड़ी निंदा की है। सावंत ने कहा कि कंगना लगातार मुंबई और मुंबई पुलिस का अपमान कर रही हैं। इससे मुंबई वासियों की भावनाएं आहत हो रही हैं। कंगना इस तरह की बयानबाजी भाजपा की शह पर लगा रही हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रामकदम ने कंगना के इस तरह की बयानबाजी पर उनको झांसी की रानी बताया है। इसलिए भाजपा नेताओं को इस बाबत माफी मांगनी चाहिए।
पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि भाजपा का कंगना की बयानबाजी से कोई संबंध नहीं है। मुंबई शहर एवं मुंबई पुलिस का अपमान किसी भी कीमत पर भाजपा सहन नहीं करने वाली है। मुंबई वासियों को कंगना की सीख की जरूरत नहीं है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता अमेय खोपकर ने कहा कि कंगना जिस तरह मुंबई एवं मुंबई पुलिस की बदनामी कर रही हैं, वह सहन नहीं किया जाएगा। मुंबई पुलिस को कंगना के बयान के आधार पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। अगर कंगना ने अपनी बकवास बंद नहीं किया तो मनसे की महिला इकाई उन्हें इसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।