रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 6 सरकारी बैंकों को अपनी लिस्ट से बाहर कर दिया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (Oriental Bank of Commerce) और इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank ), सिंडिकेट बैंक(Syndicate bank), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया( United Bank of India), आंध्रा बैंक( Andhra Bank), कॉर्पोरेशन बैंक( Corporate Bank) को अपनी सूची से बाहर कर लिया है।
RBI की सूची से बाहर हुए ये बैंक
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 6 सरकारी बैंकों को अपनी सूची से बाहर कर दिया है। RBI ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इलाहाबाद बैंक समेत 6 सरकारी बैंकों को अपनी अधिनियम की दूसरी अनुसूची से बाहर कर दिया है। केंद्रीय बैंक ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (Oriental Bank of Commerce) और इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank ), सिंडिकेट बैंक(Syndicate bank), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया( United Bank of India), आंध्रा बैंक( Andhra Bank), कॉर्पोरेशन बैंक( Corporate Bank) को अपनी अधिसूची से बाहर कर लिया है। इसका मकतब बै कि अब इन बैंकों पर आरबीआई के नियम लागू नहीं होंगे।
क्या होगा खाताधारकों पर असर
आरबीआई ने इन सभी बैंकों को अपनी अधिसूची से बाहर रखा है। जिसका मतलब है कि अब इन बैंकों पर RBI के नियम लागू नहीं होंगे। दरअसल ये इन सभी छह बैंकों का विलय हो चुका है। इन सभी बैंकों के नामों को आरबीआई ने अपनी लिस्ट से हटा दिया है। ये सभी बैंक दूसरे बैंकों में विलय हो चुके हैं। हालांकि आरबीआई की सूची से हटाए जाने पर बैंकों के खाताधारकों पर कोई असर नहीं होगा। इन बैंकों के खाताधारक बैंकों के विलय के बाद दूसरे बैंक के खाताधारक बन चुके हैं।
केंद्र सरकार ने किया 10 बैंकों का विलय
गौरतलब है कि पिछले साल ही सरकार ने 10 सरकारी बैंकों के विलय का फैसला लिया। सरकार ने यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स को पंजाब नेशनल बैंक में मर्ज कर दिया है। वहीं सिंडिकेट बैंक को कैनरा बैंक में मर्ज कर दिया। वहीं इंडियन बैंक में इलाहाबाद का विलय हो गया। जबकि आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में मर्ज हो गए। RBI ने कई बैंकों के विलय का निर्देश दिया। साल 2017 में देश में 27 सरकारी बैंक थे, जो अब 12 रह गए हैं। RBI और बैंकों के विलय की तैयारी कर रहा है।