बिलासपुर। कोयला चोरी का यह दृश्य आपको सोचने के लिए मजबूर कर देगा कि आखिर कानून ब्यवस्था है कहां ? पूरे खदान पर हजारों की संख्या में लोग पूरे खदान पर कब्जा कर लिए है। लोग कोयला खोद रहे है बोरी में भरकर ले जा रहे है। सवाल ये उठ रहा है कि क्या ग्रामीण खुद से कोयले की चोरी कर रहे है ? या फिर कोई सुनियोजित तरीके से कोयले की चोरी करा रहे है ? आखिर चोरी का यह कोयला खरीद कौन रहा है। खदानों की सुरक्षा में तैनात CRPF के जवान कहां है ?
पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे सैकड़ो की संख्या में लोग कोयले की खदान से कोयला निकाल रहे है…बोरी में डाल रहे है और चले जा रहे है। बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो कोरबा के दीपिका खदान का है। जहाँ आसपास के दर्जनों गांव के लोग बड़ी संख्या में सुबह पौ फटने से पहले खदान पहुंच रहे है। खदान में पहुंचने के बाद पूरे परिवार के साथ कोयले की खुदाई कर रहे है और बोरियों में भरकर ढो रहे है। इस वीडियो में ग्रामीणों के बीच कुछ भारी वाहन भी चलते हुए दिखाई दे रहे है। संभव है ये भारी वाहन किसी बड़े कोल माफिया के है। सवाल ये भी उठ रहा है कि यदि ये वीडियो दीपिका खदान के है तो जिले की कलेक्टर और एसपी क्या कर रहे है। वीडियो वायरल होने के बाद रेंज आईजी रतन लाल डांगी ने इस पर संज्ञान लिया है। उन्होंने इसके जांच के निर्देश दिये हैं। इसकी जांच के लिए एंटी क्राइम एन्ड सायबर यूनिट बिलासपुर के प्रभारी को जांच अधिकारी बनाया है । जांच अधिकारी यह तस्दीक करेंगे कि वायरल वीडियो किस जिले के किस खदान की है। इसके अलावा आईजी ने जांच के लिये कई बिंदु भी तय किये हैं जिनके तहत जांच अधिकारी जांच कर रिपोर्ट आईजी को प्रस्तुत करेंगे।
इन बिन्दुओ पर होगी जांच
आईजी द्वारा जारी निर्देशो के तहत जांच अधिकारी इस बिंदु पर जांच करेंगे कि लोगो को इतनी बड़ी संख्या में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान खदान में घुसने व कोयला ले जाने से क्यो नही रोक पा रहे। इसके अलावा एसईसीएल में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बलों व जिला पुलिस बल के बीच समन्वय होने और किस स्तर तक कैसा समन्वय है यह भी जांचेंगे। पूर्व में कोयला चोरी की कितनी रिपोर्ट एसीसीएल प्रबन्धन द्वारा थानों में की गई और उस पर पुलिस कार्यवाही की जानकारी भी जांच अधिकारी द्वारा ली जायेगी। कार्यवाही न होने की स्थिति में कार्यवाही न करने का कारण भी जांच रिपोर्ट में लिखना होगा। चोरी का कोयला खरीदने वाला सरगना कौन कौन है व वह आगे इसे किसे किसे बेच रहा है यह भी जांच करने के निर्देश आईजी ने दिए हैं। भविष्य में चोरी रोकने हेतु उठाये जाने वाले आवश्यक कदमो की भी जानकारी जांच प्रतिवेदन में मांगी गई है।