महाराष्ट्र में आया सियासी संकट अब सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे तक जा पहुंचा है। दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस की नेता जया ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में एक अपील दायर कर शिवसेना के उन बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिनकी वजह से महाराष्ट्र में सरकार गिरने की नौबत आ गई है। जया ठाकुर ने याचिका में मांग की है कि जिन शिवसेना विधायकों ने इस्तीफा दिया है या उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया है, ऐसे विधायकों पर पांच साल तक चुनाव लड़ने की रोक लगनी चाहिए। जया ठाकुर ने याचिका में ऐसे निर्देश देने की बात की है।
‘दलबदल करने वाले नेताओं पर हो कार्रवाई’
जया ठाकुर की याचिका में कहा गया है, “शिवसेना के बागी विधायकों की वजह से अन्य राजनीतिक दल इस स्थिति का नुकसान उठा रहे हैं और ऐसे विधायक हमारे देश के विभिन्न राज्यों में चुनी हुई सरकार को नष्ट करना जारी रखते हैं, इसलिए ऐसे विधायकों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।।” जया ठाकुर ने याचिका में कहा है कि दलबदल करने वाले विधायक या फिर राजनीतिक दल हमारे देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए हम अदालत के तत्काल निर्देश की मांग करते हैं।”
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, जया ठाकुर ने अपनी लंबित याचिका में आवेदन दायर किया था, जिसमें उन्होंने उन सांसदों / विधायकों के पांच साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की थी जो इस्तीफे या फिर विधानसभा से अयोग्य करार दिए जाते हैं। शीर्ष अदालत ने 7 जनवरी 2021 को केंद्र और अन्य को नोटिस जारी किया था। याचिकाकर्ता के अनुसार, प्रतिवादी केंद्र और अन्य ने आज तक जवाबी हलफनामा दाखिल नहीं किया था।
याचिकाकर्ता ने कहा है कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि असहमति और दलबदल के बीच की रेखा को स्पष्ट करने की आवश्यकता है, ताकि लोकतांत्रिक मूल्यों को अन्य संवैधानिक विचारों के साथ संतुलन रखा जा सके।