महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सत्ता में भले ही लौट आई है, लेकिन पार्टी के में सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है। इसका प्रमुख कारण देवेंद्र फडणवीस की जगह एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाना है। इसका असर शुक्रवार दोपहर प्रदेश मुख्यालय के बाहर आयोजित भाजपा के जश्न पर भी दिखा। वहां, जश्न के शोर के बीच एक खामोशी भी मौजूद थी। यहां से फडणवीस के समर्थक नदारद थे।
देवेंद्र फडणवीस को सीएम पद से वंचित कर दिया गया। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा डिप्टी सीएम के रूप में शामिल होने के लिए उन्हें आदेश दिया गया। फडणवीस ने कुछ ही घंटे पहले इस बीत की घोषणा की थी कि वह सरकार में शामिल नहीं होंगे, लेकिन बाहर से इसकी निगरानी करेंगे।
महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता में वापसी कराने वाले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जश्न में शामिल नहीं हुए। इतना ही नहीं, वे हैदराबाद में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी शामिल नहीं होंगे। पार्टी सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व को सूचित किया गया है कि वह राज्य विधानमंडल के दो दिवसीय विशेष सत्र के कारण इसमें शामिल नहीं होंगे।
जश्न से गायब थे फडणवीस के करीबी सहयोगी
महाराष्ट्र की सत्ता में वापसी को लेकर आयोजित जश्न से फडणवीस के अलावा उनके करीबी यहयोगी भी गायब दिखे। ये वही सहयोगी हैं जो राजनीतिक संकट के दौरान लगातार उनके साथ काम कर रहे थे। इसकी शुरुआत राज्यसभा चुनाव में तीसरी सीट पर जीत के साथ हुई थी। हालांकि, पार्टी के कई कार्यकर्ता फडणवीस का कटआउट पकड़े डांस करते दिखे। आपको बता दें कि फडणवीस का जश्न में शामिल नहीं होने की घटना से सभी को चौंका दिया। वह अतीत में हमेशा पार्टी कार्यालय में आयोजित होने वाले समारोह में भाग लेते रहे हैं। हाल ही में 20 जून को विधान परिषद चुनाव जीतने के बाद पार्टी कार्यालय के बाहर उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था।
‘पार्टी ने कभी नहीं कहा कि डिप्टी सीएम भी आएंगे‘
जश्न समारोह में मौजूद विधायक आशीष शेलार ने कहा कि यह पार्टी की मुंबई इकाई द्वारा आयोजित किया गया जश्न समारोह है। इसलिए राज्य के अन्य हिस्सों के विधायकों के शामिल होने की उम्मीद नहीं थी। शेलार ने कहा, “जहां तक फडणवीस के शामिल नहीं होने का सवाल है, पार्टी ने कभी यह घोषणा नहीं की कि वह शामिल होंगे।”