Advertisement
छत्तीसगढ़राजनीति

दिल्ली गए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व से होगी मुलाकात, मंत्री टीएस सिंहदेव को भी हाईकमान ने बुलाया…

रायपुर। सीएम भूपेश बघेल शनिवार की शाम दिल्ली रवाना हो गए। केंद्रीय नेतृत्व से उनकी मुलाकात होगी। टीएस सिंहदेव के पंचायत विभाग छोड़ने के बाद भूपेश बघेल का यह पहला दौरा है। नई दिल्ली जाने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने रायपुर में मीडिया से चर्चा में कहा कि दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात होनी है। पार्टी ने हिमाचल प्रदेश का चीफ ऑब्जर्वर बनाया गया है तो उसकी भी मीटिंग होगी। इधर टीएस सिंहदेव के भी दिल्ली जाने की खबर है। सिंहदेव भोपाल से दिल्ली रवाना हुए हैं। दोनों नेताओं की कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की खबर है।

बता दें कि टीएस सिंहदेव ने 16 जुलाई की शाम पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने 4 पन्नों का पत्र सीएम भूपेश बघेल के नाम भेजकर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया। पंचायत मंत्रालय छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी इसे लेकर प्रदेश सरकार पर हमलावर है। 18 जुलाई को टीएस सिंहदेव राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के बाद दिल्ली चले गए। सिंहदेव विधायक दल की बैठक और विधानसभा सत्र में भी शामिल नहीं हुए हैं। विधायकों ने सिंहदेव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग हाईकमान से की है। सिंहदेव मामले को लेकर विपक्ष ने विधानसभा में प्रदेश में संवैधानिक संकट बताते हुए जमकर हंगामा किया। इसके बाद सीएम ने 21 जुलाई को मंत्री रविंद्र चौबे को पंचायत विभाग का प्रभार भी सौंप दिया।

छत्तीसगढ़ के सियासी संकट पर होगी बात

शनिवार को सीएम भूपेश बघेल के अचानक दिल्ली दौरे ने छत्तीसगढ़ का सियासी पारा फिर चढ़ा दिया। इस मामले में कांग्रेस के नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। सूत्रों के मुताबिक सीएम बघेल दिल्ली में टीएस सिंहदेव के पंचायत मंत्रालय छोड़ने के बाद प्रदेश इकाई के भीतर चल रही उठाटक को लेकर पार्टी आलाकमान को अवगत करा सकते हैं।

वहीं यह भी चर्चा है कि टीएस सिंहदेव को भी दिल्ली बुलाया गया है। सिंहदेव 18 जुलाई को दिल्ली गए थे। वहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भेंट कर भोपाल आ गए थे। सिंहदेव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात का समय मांगा था। सूत्र बता रहे हैं कि सिंहदेव भी हाईकमान के सामने प्रदेश में उपजे हालात पर अपनी बात रखेंगे। सिंहदेव ने पंचायत विभाग छोड़ने से पहले सरगुजा में कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा था कि अगर हाईकमान चाहेगा तो कैबिनेट मंत्री का पद भी छोड़ देंगे।

error: Content is protected !!