राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच गोवा में कांग्रेस को करारा झटका लगा है। राज्य में पार्टी के 11 विधायकों में से 8 ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इसके चलते अब 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के अब तीन ही विधायक बचे हैं। केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, राजेश फलदेसाई और रुडोल्फ फर्नांडीस भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में हैं। कांग्रेस को यह झटका ऐसे वक्त में लगा है, जब राहुल गांधी की लीडरशिप में पार्टी तमिलनाडु से जम्मू-कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। ऐसे में गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने और फिर 8 विधायकों की टूट ने उसे करारा झटका दिया है।
कांग्रेस विधायकों के पार्टी में शामिल होने पर प्रमोद सावंत ने कहा कि मैं सभी का भाजपा में स्वागत करता हूं। सावंत ने इस मौके पर कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, ‘कांग्रेस ने भारत जोड़ा यात्रा की शुरुआत की है, लेकिन मुझे लगता है कि गोवा में कांग्रेस छोड़ो यात्रा शुरू हो गई है। देश भर में लोग कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।’ गोवा के राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कांग्रेस के राज्य में महज तीन ही विधायक बचे हैं। बता दें कि दिगंबर कामत और माइकल लोबो पार्टी से लंबे समय से नाराज बताए जा रहे थे और जुलाई में भी उन्होंने बगावत की कोशिश की थी, लेकिन कुछ विधायकों का साथ नहीं मिला था।
ऐसे में दलबदल कानून लागू होने के डर से भाजपा में जाने का प्लान टाल दिया गया था। भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस के विधायकों ने सीएम प्रमोद सावंत से मुलाकात की थी। यही नहीं माइकल लोबो और दिगंबर कामत ने पिछले दिनों दिल्ली की भी यात्रा की थी। माना जा रहा है कि इन नेताओं ने इस दौरान भाजपा की टॉप लीडरशिप से मीटिंग की थी। उसके बाद ही भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया गया।
गोवा में कांग्रेस को लगा यह झटका उसके मनोबल पर भी असर डालने वाला है, जो लगातार संकटों से उबरने की कोशिश कर रही है। भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस देश के 12 राज्यों में पदयात्रा निकाल रही है। उसे उम्मीद है कि इससे उसके कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा और जनता में भी कनेक्ट बढ़ेगा। लेकिन इस संकट ने उसकी चिंताएं बढ़ा दी हैं।