रायपुर। देश में कोयले के दाम में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी होने के कारण छत्तीसगढ़ में बिजली की दर 30 पैसा प्रति यूनिट बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ सरकार ने संकेत दिए हैं कि आगामी कुछ महीनों में बिजली की दर बढ़ सकती है। सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को कहा, 3 से 4 हजार रुपए प्रति टन के स्थान पर अगर विदेशों से 15 से 18 हजार रुपए टन का कोयला आएगा, तो उत्पादन और महंगा होगा । बघेल ने कहा, इस महंगे कोयले का अभी पूरा असर आना बाकी है।
गुरुवार को रायगढ़ से लौटने के बाद रायपुर पुलिस लाइन हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा, सैकड़ों यात्री ट्रेनों को बंद करने के बाद भी कोयला मिल नहीं हो पा रहा है। इस देश में जितनी खदान है, वह कोयले की पूर्ति नहीं कर पा रही है।
ट्रेन भी रद्द कर रहे हैं, फिर भी कोयला की पूर्ति नहीं हो पा रही है। pic.twitter.com/XfQvYlZpQb
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 15, 2022
इसकी वजह से मोदी सरकार विदेशों से कोयला मंगवा रही है। उन्होंने कहा कि यहां कोयला 3 से 4 हजार रूपये टन है, तो बाहर से आने वाला कोयला 15 से 18 हजार रुपये प्रति टन आएगा । इसकी वजह से बिजली बनाना महंगा हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तो थोड़ी कीमत बढ़ी , यह और बढ़ेगा। सीएम बघेल ने कहा, जब आप 18 हजार रुपये प्रति टन में कोयला खरीदोगे, तो बिजली और महंगी होगी। बघेल ने सवाल उठाया कि NTPC के जितने भी पॉवर प्लांट हैं ,वह बिजली दर बढ़ाएंगे ,तब प्रदेश में बिजली की कीमत नहीं बढ़ेगी? उनका कहना है।