बिलासपुर। Indian Railway News : कोरोना संक्रमण फैलने के बाद 22 मार्च 2020 से रेलवे ने पैसेंजर ट्रेनों का संचालन को बंद कर दिया है। संक्रमण में कमी आने के बाद रेल प्रशासन ने पहले मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बनाकर चलाया। लेकिन अब उन्हें नियमित ट्रेन के रूप में चलाना शुरू कर दिया है। पैसेंजर ट्रेनोंं को भी चलाने की अनुमति दी है लेकिन अभी दस फीसद से कम पैसेंजर ट्रेन को स्पेशल ट्रेन की तर्ज पर चलाया जा रहा है। दरअसल, पैसेंजर ट्रेनों को नियमित चलाने में मालगाड़ी ट्रेन बाधा डाल रही है।
जिस मार्ग पर मालगाड़ी अधिक चलती है, उस मार्ग पर पैसेंजर ट्रेनें नहीं चलायी जाएगी। जहां मालगाड़ी की संख्या कम है, उस मार्ग पर बंद पड़ी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जाना है। पैसेंजर ट्रेनों से रोजगार की तलाश करने वाले श्रमिक, दैनिक यात्री छोटे व्यापारी, छात्र सफर करते हैं। पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं करने को लेकर जनप्रतिनिधियों ने रेल मंत्री तक आवाज उठायी। जनता और जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार मांग उठाने पर सरकार ने किस क्षेत्र में कितनी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जाना है, इसका अधिकार मंडल रेल प्रशासन को दे दिया है।
अब ट्रेनों की परिचालन के लिए अब नागरिक सुरक्षा मंच द्वारा प्रदेश स्तरीय ट्रेन रोको आंदोलन चलाया जाने वाला है। आगामी 12 अक्टूबर से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। आंदोलन कब और कहां होगा इसकी जानकारी आंदोलन से ठीक 3 दिन पहले नागरिक सुरक्षा मंच जारी करेगा।
नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अमित तिवारी ने बताया कि आगामी 12 अक्टूबर से आंदोलन की शुरुआत होगी। अमित तिवारी ने कहा कि कोरोना के बाद से ही आम आदमी यात्रा के नाम पर बेहाल हो चुका है रेलवे अलग-अलग बहाने बनाकर लोगों को गुमराह कर रही है इससे लाखों यात्रियों को रोजाना दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आसपास के छोटे स्टेशनों से कमाने खाने बड़े शहर आने वाले कर्मचारियों और श्रमिकों को महंगे आवागमन के साधनों का प्रयोग करना पड़ रहा है।
इसके साथ ही रेलवे यात्री गाड़ियों को बंद कर माल गाड़ी पर कोयला ढुलाई का काम किया जा रहा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी आम जनता की आवाज उठाने में नाकाम नजर आ रहे हैं। इसलिए नागरिक सुरक्षा मंच द्वारा बिलासपुर जोन के अंतर्गत आने वाले कोरबा रायगढ़ जांजगीर चांपा भाटापारा रायपुर राजनांदगांव दुर्ग स्टेशनों में रेल रोको आंदोलन किया करेगी।