बिलासपुर। पुलिस ग्राउंड में आयोजित होने वाले दशहरा उत्सव को लेकर सत्ताधारी दल के दिग्गजों के बीच गुटीय राजनीति गहरा गई है। निगम के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि उत्सव के लिए फंड का रोना रो रहे हैं। शहरवासियों के बीच हो रही किरकिरी व निगम अफसरों की मनमानी की शिकायत शहर विधायक शैलेष पांडेय ने मुख्यमंत्री से की है। शनिवार को विधायक कवर्धा पहुंचे व सीएम से बात की। उन्होंने कहा कि शहरवासियों की भावना से निगम के अफसर और जनप्रतिनिधि खेल रहे हैं। सीएम ने कलेक्टर से फोन पर चर्चा कर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस मैदान में दशहरा उत्सव मनाने को लेकर शहर की राजनीति तेजी से घूमने लगी है। सत्ताधारी दल के बीच में उत्सव के दौरान मुख्य अतिथि को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच अब भाजपा भी मैदान में कूद गई है। भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल ने पुलिस मैदान में दशहरा उत्सव मनाने की अनुमति एसडीएम बिलासपुर से मांगी है।
इस बीच शनिवार को बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक शैलेष पांडेय कुछ समर्थकों के साथ कवर्धा पहुंचे। कवर्धा में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था। उनके कार्यक्रम के बाद विधायक पांडेय मुख्यमंत्री बघेल से मिले। उन्होंने बिलासपुर में दशहरा उत्सव मनाने को लेकर घट रहे राजनीतिक घटनाक्रम से वाकिफ कराया।
विधायक पांडे प्रमुख समाचार पत्रों में छपी खबर को भी सीएम के सामने रखा। उन्होंने कहा कि पुलिस मैदान में बिलासपुर नगर निगम के द्वारा 20 वर्षों से दशहरा उत्सव मनाया जाता है। दो साल कोरोना संक्रमण काल को छोड़ दें तो लगातार उत्सव मनाया जा रहा है। इस बार पूरे शहर में दुर्गोत्सव की धूम मची हुई है। तब नगर निगम पुलिस मैदान में उत्सव मनाने को लेकर अड़ंगेबाजी लगाने लग गया है।
मिनोचा कालोनी में जा रहा निगम का फंड
कलेक्टर सौरभ कुमार ने मुख्यमंत्री बघेल को बताया कि कोरोना काल के दौरान बीते दो वर्षों से पुलिस मैदान में दशहरा उत्सव नहीं बनाया जा रहा है। इसके एवज में नगर निगम का फंड मिनोचा कालोनी स्थित दशहरा उत्सव समिति को दिया जा रहा है।
सीएम बघेल ने कलेक्टर से कहा कि उत्सव को लेकर किसी तरह की विवाद की स्थिति नहीं होनी चाहिए। नगर निगम से सामंजस्य बैठाकर पुलिस मैदान में उसको की तैयारी की जाए। सीएम के निर्देश के बाद आगे नगर निगम की क्या रणनीति होती है और कलेक्टर किस तरह सामान्जस्य बैठाते हैं यह देखने वाली बात होगी।