देशभर में मॉनसून सक्रिय हो गया है. कई इलाकों में बारिश से मौसम सुहावना हो गया है, तो वहीं पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड और मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. मौसम विभाग के अनुसार, आज हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तीन दिन की बारिश में कई इलाकों में इतना पानी भर गया है कि सड़कें बंद हो गई हैं. दिल्ली में जारी बारिश की वजह से आज भी सभी एमसीडी स्कूल बंद रहेंगे. बता दें कि दिल्ली में बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वहीं, दिल्ली पर अगले 48 घंटे बेहद भारी होने की उम्मीद है. आईएमडी के मुताबिक 15 जुलाई तक राष्ट्रीय राजधानी में ऐसे ही जोरदार बारिश होने की संभावना है. ऐसे में आइए जानते हैं आज देशभर में कैसा रहेगा मौसम-
ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार पंजाब, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है. इन राज्यों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. मालूम हो कि इस बार की बरसात ने पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों समेत कई शहरों को पानी-पानी कर दिया है. यहां के आमजन के साथ किसान भी परेशान हैं.
उत्तर प्रदेश में आज कैसा रहेगा मौसम?
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश ने हाल बेहाल कर रखा है. वहीं मौसम विभाग ने राज्य के कुछ जिलों में 13 जुलाई तक येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि, प्रदेश में अगले एक हफ्ते के दौरान आंधी-तूफान, बिजली कड़कने के साथ तेज बारिश होने की संभावना है.
इन राज्यों में आज भी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, गोवा, कर्नाटक और केरल में तेज बारिश होने की संभावना है. जबकि, तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र और झारखंड में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है.
किसान अपनी फसलों का बचाव कैसे करें?
मौसम विशेषज्ञ अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, धान के फसल में अधिक पानी की आवश्यकता होती है. हालांकि, फसल में ज्यादा पानी होने पर पानी को खेतों से बाहर निकाल दें. अन्यथा फसल खराब होने की संभावना बढ़ जाती है. यदि बुवाई करने जा रहे हैं तो, भारी बारिश के दौरान बुवाई नहीं करें. इसके अलावा, जो किसान धान की बुवाई नहीं किए हैं, वो किसान अपनी धान की नर्सरी में भी पानी को ठहरने नहीं दें. क्योंकि पानी ज्यादा ठहरने से नर्सरी खराब हो जाती है.
अगर गन्ने की बात करें तो उसमें कल्ले निकल रहे हैं. वह भी वानस्पतिक अवस्था में है. ज्यादा बारिश होने पर इसका भी विकास रुक जाता है. ऐसे में अधिक जल-भराव की स्थिति में गन्ने की फसल से भी पानी बाहर निकाल दें. वहीं, जायद की फसल को बारिश से पूर्व कटाई कर उचित स्थान पर भंडारण कर लें. इसके अलावा, बेल वाली सब्जियों के लिए मचान की व्यवस्था करें, ताकि भारी बारिश के दौरान पानी में डूबने की वजह से वो खराब नहीं हो. साथ ही बागों में भी ज्यादा देर तक पानी को ठहरने नहीं दें.