Bhupesh Baghel: महादेव बेटिंग ऐप समेत अवैध सट्टेबाजी वाले 22 ऐप और वेबसाइटों पर केंद्र सरकार ने बैन लगा दिया है। इस बीच बेटिंग ऐप के मालिक आरोपी शुभम सोनी का वीडियो भी सामने आया। जिसमें बेटिंग ऐप के आरोपी शुभम सोनी ने सीएम भूपेश बघेल के कहने पर दुबई जाने की बात कही।
आरोपी शुभम सोनी का वीडियो सामने आने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने भी पलटवार किया। सीएम बघेल ने कहा कि आज कुछ समाचार चैनलों ने एक वीडियो दिखाया है जिसमें एक व्यक्ति यह दावा कर रहा है कि वह मुझसे मिला और मैंने उसे संरक्षण देने का आश्वासन दिया और उसे दुबई जाकर व्यवसाय करने का भी सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि एक अनजान व्यक्ति के बयान को सभी जिम्मेदार टीवी चैनल किस आधार पर चला रहे हैं? सिर्फ इस आधार पर कि इसमें मेरा नाम है? क्या यह मानहानि का मामला नहीं है? यह कोई रहस्य नहीं है कि ये वीडियो क्यों आया है और कैसे आया है और यह भी समझना कठिन नहीं है कि ऐन चुनाव के वक़्त ऐसा बयान भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए ही जारी किया गया है।
"मैं हूं महादेव बेटिंग ऐप का मालिक, भूपेश बघेल के कहने पर दुबई गया और मैंने अब तक 508 करोड़ रुपये दिए हैं!"
महादेव बेटिंग एप मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूरी तरह लिप्त हैं। एप के मालिक शुभम सोनी ने दुबई से वीडियो जारी कर बताई सारी सच्चाई। pic.twitter.com/br5B4ODfj6
— BJP (@BJP4India) November 5, 2023
सीएम बघेल ने कहा कि यह भी हर कोई समझ रहा है कि ईडी को हथियार बनाकर ही ऐसा किया जा रहा है। दरअसल, भाजपा अब ईडी के सहारे ही चुनाव लड़ रही है और मुझे बदनाम करने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है। पहली बात तो यह कि मैं इस व्यक्ति को नहीं जानता और न मैं कभी इससे उस तरह मिला हूं, जैसा कि वह दावा कर रहा है।
वह किसी सभा समारोह का हिस्सा रहा हो तो मैं नहीं कह सकता। दूसरी बात यह है कि यह व्यक्ति दावा कर रहा है कि वह ‘महादेव ऐप’ का मालिक है। आश्चर्य की बात है कि यह बात महीनों से इस मामले की जांच कर रही एजेंसी ईडी को भी अभी तक पता नहीं थी और दो दिन पहले तक ईडी उसे मैनेजर बता रही थी।
छत्तीसगढ़ की जनता सब जान-समझ रही है। वह भाजपा और उसकी सहयोगी ईडी को चुनाव में करारा जवाब देगी। एबीवी न्यूज़ के मुताबिक, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें आरोपी कहता दिख रहा है,’मैं शुभम सोनी बोल रहा हूं और मैं महादेव बुक का ओनर हूं।’ इसके बाद वह कुछ डॉक्यूमेंट्स दिखाता है।
आख़िरकार केंद्र सरकार को होश आया और उसने ‘महादेव ऐप’ पर बैन लगाने का फ़ैसला किया.
मैं कई महीनों से सवाल पूछ रहा हूं कि सट्टा खिलाने वाले इस ऐप पर केंद्र सरकार बंद क्यों नहीं रही है. मैंने तो यहां तक कहा था कि शायद 28 प्रतिशत जीएसटी के लालच में प्रतिबंध नहीं लग रहा है या फिर…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 5, 2023