बिलासपुर। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बिलासपुर में संचालित इंटेलिजेंट ट्रैफिक एंड मैनेजमेंट सिस्टम से पूरा शहर सुरक्षा के घेरे में आ चुका है। इससे पुलिस को जहां ट्रैफिक समेत अन्य मामलों को सुलझाने में आसानी हो रही है तो वहीं नागरिकों को इससे काफी मदद मिल रही है। बुधवार को दुकान से सोने चांदी से भरा बैग पार करने वाले चोर गिरोह के दस घंटे के भीतर पकड़ाने में स्मार्ट सिटी द्वारा संचालित आईटीएमएस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आईटीएमएस के तहत लगे विशेष और एनपीआर कैमरे की मदद से पुलिस को आरोपियों को पकड़ने में काफी मदद मिली।
बुधवार को डीएलएस काॅलेज अशोक नगर के पास एक ज्वेलरी शाप से उठाईगिरी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने दस घंटे के भीतर ही दबोच लिया। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने आसपास के सी सीसीटीवी कैमरे खंगाले,जिस पर संदिग्धों की पहचान कर ली गई। फिर आईटीएमएस द्वारा संचालित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से पूरे शहर में लगे कैमरों से फुटेज चेक किया गया। फुटेज में जरहाभाटा मंदिर चौक के पास आरोपी बाइक में दिखें,आईटीएमएस योजना के तहत लगे विशेष एनपीआर आटोमेटिक नंबर प्लेट रीड कैमरे से बाइक के नंबर स्पष्ट रूप से दिख गया,जिसके बाद पूरा डिटेल लिया गया। मोबाइल लोकेशन समेत अन्य इनपुट मिलने के बाद सिरगिट्टी क्षेत्र से आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया।
कई मामलों को सुलझाने में मदद मिली
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बिलासपुर में संचालित इंटेलिजेंट ट्रैफिक एंड मैनेजमेंट सिस्टम से सुरक्षा और ट्रैफिक में काफी मदद मिल रही है। शहर की सड़को और चौराहों में लगे विशेष प्रकार के सर्विलांस कैमरे के ज़रिए पूरी शहर की निगरानी और रिकार्ड रखें जा रहे हैं। जिसका इस्तेमाल ट्रैफिक नियम के साथ दुर्घटना या आरोपियों की शिनाख्त और लोगों की मदद के लिए किया जा रहा है। संचालन के बाद से गुम सामान को ढूंढने या आरोपियों को पकड़ने में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर काफी कारगार साबित हुआ है।
523 विशेष कैमरों की निगरानी में है शहर
43 स्थानों में 523 कैमरे के ज़रिए शहर की ट्रैफिक और अन्य चीजों की निगरानी की जा रही है। जिसमें 208 सर्विलांस कैमरा, 212 आटोमेटिक नंबर प्लेट रीड(एनपीआर) विशेष कैमरे और 108 एविडेंस कैमरा लगाया शामिल है।