रायपुर। भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव एक बार फिर मुश्किल में नजर आ रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कथित एमएमएस कांड में पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी किया है। मामले की जांच कर रही भिलाई पुलिस ने उन्हें एमएमएस कांड से जुड़े हुए सबूत मांगे हैं।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान एक MMS वायरल हुआ था। BJP के कुछ नेताओं ने दावा किया था कि वीडियो में महिला के साथ दिख रहा युवक कोई और नहीं बल्कि विधायक देवेंद्र यादव है। इसके बाद विधायक देवेंद्र यादव ने रोते हुए सफाई दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि विपक्ष के लोगों ने उन्हें बदनाम करने के लिए फर्जी एमएमएस जारी किया है।
सदन में उठा था मामला:
विधानसभा में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के एमएमएस का मामला बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने उठाया था। उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा से मामले से जुड़ी एफआईआर की जांच की जानकारी भी मांगी थी। उन्होंने सदन में पूछा था कि क्या इस कथित एमएमएस की जांच किसी फोरेंसिक लैब में कराई गई थी या नहीं। इसके जवाब में गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा था कि दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने राष्ट्रीय फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गांधीनगर (गुजरात) से संबंधित पेन ड्राइव की जांच कराई है। जांच पर तुलनीय मानकों के अभाव में कोई निश्चित राय नहीं बनाई जा सकी है।
पुलिस ने भी कराई थी MMS की जांच:
भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने भी दावा किया था कि एमएमएस में दिख रहा व्यक्ति कोई और है। उन्होंने कहा था कि वह एमएमएस चार महीने पहले उनके पास आया था। इसको लेकर उन्होंने भिलाई नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने उस एमएमएस की जांच भी कराई थी, जिसमें यह बताया गया कि एमएमएस में दिख रहा व्यक्ति देवेंद्र यादव नहीं है।