बिलासपुर में रेलवे कर्मचारी की पत्नी प्रियंका सिंह द्वारा की गई आत्महत्या का मामला अब और गहराता जा रहा है। पुलिस ने घटना के तीसरे दिन से अपनी जांच शुरू की और छह लोगों से पूछताछ की है। इनमें घरेलू सहायिका से लेकर पड़ोसियों तक शामिल हैं। प्रियंका सिंह ने आत्महत्या से पहले फेसबुक पर लाइव वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने अपने पड़ोसियों और अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस वीडियो के बाद से ही मामला सुर्खियों में आ गया था।
प्रियंका सिंह ने रविवार की सुबह अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले उन्होंने फेसबुक पर लाइव जाकर अपनी तकलीफों को उजागर किया। प्रियंका ने अपने पड़ोसियों और मोहल्ले के कुछ लोगों पर प्रताड़ना और छेड़खानी के आरोप लगाए थे। उनके लाइव वीडियो के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई, लेकिन तब तक प्रियंका ने अपनी जान दे दी थी। वीडियो और फेसबुक पोस्ट को आधार बनाते हुए पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
एसपी रजनेश सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएसपी निमितेष सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी। जांच के पहले चरण में प्रियंका सिंह के घर पर काम करने वाली महिलाओं और पड़ोसियों से पूछताछ की गई। पुलिस ने नागू नामक रेलवे कर्मचारी और उनकी पत्नी से भी बयान लिया, क्योंकि प्रियंका ने इन पर भी प्रताड़ना का आरोप लगाया था। इसके अलावा साईं मंदिर के पुजारी और उनके बेटे से भी पूछताछ की गई, जो प्रियंका के आरोपों के दायरे में थे।
फॉरेंसिक रिपोर्ट और मोबाइल जांच
पुलिस ने इस मामले में फॉरेंसिक टीम की मदद भी ली है। मोबाइल फोन की जांच से प्रियंका के फेसबुक पोस्ट और वीडियो के बारे में और जानकारी मिलने की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि मोबाइल की जांच और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
आरोपितों का पक्ष
पुलिस द्वारा बुलाए गए आरोपितों ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनके अनुसार, प्रियंका सिंह से केवल पड़ोस के नाते जान-पहचान थी, और उनके साथ किसी भी प्रकार का विवाद नहीं था। मंदिर के पुजारी और उनके बेटे ने भी किसी प्रकार की प्रताड़ना या अनबन होने से इनकार किया है। पुलिस के अनुसार, अब तक की जांच में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, जिससे आरोपितों के खिलाफ कोई स्पष्ट आरोप साबित हो सके।
आगे की जांच
पुलिस ने बताया कि घटना की गहराई से जांच जारी है। फॉरेंसिक रिपोर्ट और मोबाइल डेटा के विश्लेषण के बाद जांच को और दिशा मिल सकती है। इस दौरान पुलिस और भी लोगों से पूछताछ करेगी, ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके।