बिलासपुर। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर बाहरी एवं असामाजिक तत्वों द्वारा क्षेत्र में फैलाई जा रही अशांति के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि कोटा एक शांतिप्रिय एवं धार्मिक सौहार्द का प्रतीक क्षेत्र है, जहां सभी धर्मों और समुदायों के लोग सद्भाव के साथ निवास करते हैं और अपने धार्मिक क्रियाकलापों को शांतिपूर्वक संपन्न करते हैं।
हाल ही में कोटा से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पुडू के बंग्लाभाठा में एक सामुदायिक भवन का निर्माण ग्रामवासियों ने स्वयं के धन और श्रम से किया, जिसका उद्देश्य सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन था। 5 नवंबर 2024 को इस भवन के उद्घाटन के अवसर पर कुछ बाहरी और असामाजिक तत्वों ने अनावश्यक विरोध किया। इन तत्वों द्वारा धर्मांतरण से जुड़ी भ्रामक और झूठी खबरें फैलाकर गांव और क्षेत्र में तनाव पैदा करने की कोशिश की गई।
विधायक अटल श्रीवास्तव ने अपने ज्ञापन में आरोप लगाया कि इन असामाजिक तत्वों ने कोटा की शांति भंग करने और धार्मिक भावनाओं को भड़काकर साम्प्रदायिक दंगा फैलाने का प्रयास किया। इसके साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि जब गांववासी और जनप्रतिनिधि इन तत्वों का विरोध करने के लिए खड़े हुए, तो पुलिस ने उन्हें अनावश्यक रूप से हिरासत में ले लिया, जिससे क्षेत्रवासियों में अत्यधिक रोष उत्पन्न हो गया है।
अटल श्रीवास्तव ने जोर देकर कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार हर नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है। ऐसे में बाहरी और असामाजिक तत्वों द्वारा धर्म और समुदाय के नाम पर की जा रही भड़काऊ गतिविधियों के खिलाफ अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस प्रकार के असामाजिक तत्वों पर सख्त कदम उठाए जाएं ताकि कोटा और इसके आस-पास का माहौल फिर से शांतिपूर्ण हो सके और क्षेत्र में भाईचारा बना रहे।