बिलासपुर की वाज़ कमेटी ने एक बार फिर समाज में इस्लामिक ज्ञान और नात शरीफ की परंपरा को सहेजने और नवयुवाओं को प्रेरित करने के लिए जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया है। यह आयोजन दूसरी बार हो रहा है और इसका उद्देश्य बच्चों और युवाओं में इस्लामिक ज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना और धार्मिक जागरूकता को फैलाना है।
इस आयोजन में दो प्रमुख प्रतियोगिताएँ शामिल हैं: इस्लामिक नॉलेज टेस्ट और नात कॉम्पटीशन। प्रतिभागियों को उनके आयु वर्ग के आधार पर विभिन्न समूहों में विभाजित किया गया है ताकि प्रतिस्पर्धा समान स्तर पर हो सके और सभी को अपनी प्रतिभा दिखाने का बराबर मौका मिल सके।
प्रतियोगिता की संरचना
इस्लामिक नॉलेज टेस्ट और नात कॉम्पटीशन दोनों ही प्रतियोगिताओं के लिए आयु के आधार पर प्रतिभागियों को
जूनियर और सीनियर समूहों में बांटा गया है:
- – जूनियर ग्रुप: 10 से 15 साल तक के बच्चे व बच्चियां।
- – सीनियर ग्रुप: 15 से 25 साल तक के लड़के व लड़कियां।
नॉलेज टेस्ट में केवल दो ग्रुप होंगे, लेकिन नात कॉम्पटीशन के लिए चार ग्रुप बनाए गए हैं:
- 1. गर्ल्स जूनियर
- 2. गर्ल्स सीनियर
- 3. बॉयज जूनियर
- 4. बॉयज सीनियर
प्रत्येक ग्रुप में प्रथम, द्वितीय, और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को विशेष रूप से शील्ड, सर्टिफिकेट, और नकद इनाम से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, सभी प्रतिभागियों को एक सर्टिफिकेट और सांत्वना इनाम भी दिया जाएगा, जिससे हर प्रतिभागी का हौसला अफजाई हो सके।
एंट्री और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए किसी प्रकार की एंट्री फीस नहीं है। फॉर्म मुफ्त में दिए जा रहे हैं, जो कि अहद बुक डिपो, हुसैनी किताब घर, रज़वी किताब घर तैयबा चौक, न्यू हुसैनी किताब घर पीपल चौक और स्टेशनरी वर्ल्ड तालापारा से प्राप्त किए जा सकते हैं। फॉर्म भरने की अंतिम तिथि, जो पहले 22 नवंबर निर्धारित की गई थी, अब बच्चों की परीक्षा के कारण बढ़ाकर 29 नवंबर कर दी गई है। रजिस्ट्रेशन फॉर्म के साथ प्रतियोगिता के नियम और शर्तें भी उपलब्ध कराई जा रही हैं ताकि प्रतिभागी अच्छी तरह से तैयारी कर सकें।
आयोजन का उद्देश्य
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों और युवाओं में इस्लामी जानकारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इस दिशा में उनकी रुचि को प्रोत्साहित करना है। आज के समय में धार्मिक और सामाजिक शिक्षा का महत्व पहले से कहीं अधिक है, और यह प्रतियोगिता बच्चों में अनुशासन, ज्ञान और सांस्कृतिक जड़ों के प्रति सम्मान पैदा करने में सहायक सिद्ध होगी। इस्लामिक नॉलेज टेस्ट के माध्यम से प्रतिभागियों की जानकारी का मूल्यांकन किया जाएगा, जबकि नात प्रतियोगिता में वे अपनी आध्यात्मिक भावनाओं को सुंदर और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत कर सकेंगे।
हर साल का आयोजन
वाज़ कमेटी के सरपरस्त, मोहम्मद जस्सास अशरफ़ी, ने बताया कि इस प्रतियोगिता को अब हर साल आयोजित किया जाएगा ताकि यह एक स्थायी सामाजिक जागरूकता अभियान बन सके। इस आयोजन के जरिए न केवल बच्चों और युवाओं में धार्मिक जागरूकता फैलाई जा रही है, बल्कि उनकी प्रतिभा को भी मंच प्रदान किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता एक ऐसा मंच है जो युवाओं को अपने ज्ञान और कला का प्रदर्शन करने का अवसर देता है, और इससे उनकी आत्म-विश्वास में भी वृद्धि होती है।
इस्लामिक नॉलेज टेस्ट और नात कॉम्पटीशन जैसे कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों को सहेजने का काम करते हैं, बल्कि यह नई पीढ़ी को उनकी परंपराओं और धार्मिक मूल्यों के प्रति जागरूक भी बनाते हैं। इस तरह के आयोजनों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और युवा वर्ग को सही दिशा में मार्गदर्शन देने का अवसर मिलता है।