बिलासपुर। प्रयागराज की पावन धरा पर 2 दिसंबर 2024 को राष्ट्रीय हिंदू स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस पूरे उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर हिंदू राष्ट्र के उद्घोष ने वातावरण को और भी ऊर्जावान बना दिया। इस समारोह में भारत के विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे, जो संघ की शक्ति और एकता का प्रतीक है।
समारोह की शुरुआत न्यायमूर्ति शेखर द्वारा ध्वजपूजन से हुई, जिसके बाद एक भव्य धर्म ध्वजा यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु और स्वयंसेवक शामिल हुए। यह यात्रा धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक एकता की मिसाल बनी, जहां सभी ने देश, धर्म और समाज की सेवा के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
इस विशेष अवसर पर, राष्ट्रीय हिंदू स्वयंसेवक संघ ने छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा सनातनी आशीष पवार को छत्तीसगढ़ के प्रदेश सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति छत्तीसगढ़ के लिए गर्व और सम्मान की बात है, जिससे प्रदेश भर के युवाओं में खासकर उत्साह और हर्ष की लहर दौड़ गई है।
डॉक्टर ज्योतिरादित्य द्विवेदी, जो संघ के छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी हैं, ने इस नियुक्ति को नए सामाजिक आयामों को छूने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि आशीष पवार की नियुक्ति से प्रदेश में संघ के विविध सामाजिक कार्यों को और बल मिलेगा, जो समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
आशीष पवार की नियुक्ति विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के युवाओं में उत्साह का कारण बनी है। उनके नेतृत्व में युवाओं को नई दिशा और प्रेरणा मिलेगी, जिससे संघ के उद्देश्यों और कार्यों को सशक्त किया जा सकेगा। प्रदेश भर में उनकी नियुक्ति को लेकर अपार खुशी है, और युवाओं में यह भावना प्रबल हो रही है कि वे अपने प्रदेश को संघ के माध्यम से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
डॉक्टर ज्योतिरादित्य का मानना है कि आशीष पवार का नेतृत्व छत्तीसगढ़ में संघ के लक्ष्यों को और प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाएगा, जिससे न केवल सामाजिक बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण बदलाव आएंगे।
राष्ट्रीय हिंदू स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस न केवल संघ की स्थापना का प्रतीक है, बल्कि यह देशभर में एकता, सेवा और समाज के कल्याण के संकल्प का भी उत्सव है। आशीष पवार की नियुक्ति इस संकल्प को और मजबूत करती है, और छत्तीसगढ़ में संघ के कार्यों को नए आयामों तक ले जाने की उम्मीद है। उनकी नियुक्ति ने विशेषकर युवाओं में एक नई उम्मीद जगाई है, जो आगे आने वाले समय में सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव का आधार बनेगी।
इस प्रकार, यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि छत्तीसगढ़ के लिए एक नए नेतृत्व के रूप में आशीष पवार की नियुक्ति ने इसे और भी विशेष बना दिया।