बिलासपुर। शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत मगरपारा स्थित किस्म अस्पताल में रविवार को संपत्ति विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जब दो सगे भाइयों, जो पेशे से डॉक्टर हैं, के बीच जमकर मारपीट हुई। यह विवाद इनके पिता, दिवंगत डॉक्टर वाय आर कृष्णा की पैतृक संपत्ति को लेकर काफी समय से चला आ रहा है, जो न्यायालय में लंबित है। दोनों भाइयों, डॉक्टर रवि शेखर और डॉक्टर राज शेखर, के बीच यह संघर्ष पहले भी कई बार हो चुका है।
रविवार की घटना के बाद दोनों भाइयों ने सिविल लाइन थाने पहुंचकर एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
विवाद की जड़: पैतृक संपत्ति
इस संपत्ति विवाद की शुरुआत उनके पिता की मृत्यु के बाद से हुई, जिसके बाद दोनों भाइयों के बीच संपत्ति के बंटवारे को लेकर मतभेद बढ़ गए। डॉक्टर राज शेखर ने मीडिया से बात करते हुए अपने छोटे भाई डॉक्टर रवि शेखर और उनकी महिला सहयोगी पर आरोप लगाए कि वे उनके साथ अस्पताल की ओपीडी में घुसकर मारपीट कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है, जिससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि वास्तव में मारपीट किसने की।
डॉ. राज शेखर का कहना है कि कोर्ट से उनके पक्ष में फैसला आने के बावजूद उन्हें अस्पताल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने छोटे भाई पर अस्पताल में मनमानी करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, साथ ही कहा कि जब वे इसका विरोध करते हैं, तो उनके साथ मारपीट की जाती है।
छोटे भाई का पक्ष
वहीं, छोटे भाई डॉक्टर रवि शेखर ने अपने बड़े भाई पर पलटवार करते हुए कहा कि यह संपत्ति उनके और उनकी मां के नाम पर है, और उनके बड़े भाई द्वारा कोर्ट में एक झूठा केस किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बड़े भाई संपत्ति को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।
रवि शेखर ने यह भी कहा कि 2022 में उन पर जानलेवा हमला किया गया था, जिसमें उनके सिर पर चोट आई थी, लेकिन उस समय उन्होंने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। रविवार को फिर से उनके बड़े भाई द्वारा हमला किया गया, जिससे वे आहत हैं। उनका कहना है कि बड़े भाई की मंशा संपत्ति पर कब्जा करने की है और वह उनके साथ कई बार हिंसक झड़प कर चुके हैं।
पुलिस कार्रवाई और जांच
सिविल लाइन थाना प्रभारी सुमंत राम साहू ने पुष्टि की कि दोनों भाइयों के बीच पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है, और इस विवाद ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस यह भी देख रही है कि क्या इस मामले को सुलझाने का कोई कानूनी रास्ता निकाला जा सकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
न्यायिक लड़ाई का परिणाम?
इस मामले की जड़ में पैतृक संपत्ति का विवाद है, जो भारतीय समाज में अक्सर तनाव और संघर्ष का कारण बनता है। संपत्ति विवादों में अक्सर परिवार टूट जाते हैं, और इस मामले में भी ऐसा ही दिखाई दे रहा है। दोनों भाई अपने-अपने दावे और आरोपों के साथ कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं, लेकिन यह विवाद कब सुलझेगा, यह कहना मुश्किल है।
फिलहाल, पुलिस की जांच जारी है और कोर्ट का फैसला इस विवाद का अंतिम समाधान तय करेगा। लेकिन यह स्पष्ट है कि पारिवारिक संपत्ति विवाद ने इन दोनों डॉक्टर भाइयों के संबंधों को गहरे संकट में डाल दिया है, और इसका असर उनके पेशेवर जीवन पर भी पड़ रहा है।