बिलासपुर, किम्स हॉस्पिटल (KIMS Hospital) में पिछले कुछ वर्षों से पारिवारिक विवाद ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। इस विवाद के केंद्र में दिवंगत डॉ. वाय आर कृष्णा की संपत्ति और हॉस्पिटल का नियंत्रण है। उनके निधन के बाद उनके बड़े बेटे डॉ. वाय राजशेखर और छोटे बेटे डॉ. वाय रवि शेखर के बीच हॉस्पिटल और संपत्ति के स्वामित्व को लेकर विवाद खड़ा हो गया। इस पारिवारिक कलह ने कई गंभीर मोड़ लिए, जिसमें डॉ. वाय राजशेखर के साथ मारपीट, वेतन बंद करना, और टीडीएस (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) में धोखाधड़ी शामिल हैं।
डॉ. वाय आर कृष्णा की मृत्यु के बाद, उनकी पत्नी वाय कमला और छोटे बेटे डॉ. वाय रवि शेखर ने कथित तौर पर किम्स हॉस्पिटल और पारिवारिक संपत्ति पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करने की कोशिश की। इस दौरान, उन्होंने डॉ. वाय राजशेखर और उनकी बहन पल्लवी के अस्तित्व को न्यायालय में छिपाते हुए संपत्ति और हॉस्पिटल पर अधिकार जताने के लिए झूठे शपथ पत्र भी दाखिल किए। डॉ. वाय राजशेखर द्वारा न्यायालय में आपत्ति दर्ज कराने के बाद, उनकी ओर से यह तथ्य सामने आया कि वाय कमला और डॉ. रवि शेखर ने न्यायालय को गुमराह करने का प्रयास किया था।
पारिवारिक तनाव और कार्यस्थल पर उत्पीड़न:
हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें डॉ. वाय रवि शेखर को अपने बड़े भाई डॉ. वाय राजशेखर के चैंबर में घुसते हुए और उन पर दबाव डालते हुए देखा गया। वीडियो में डॉ. रवि शेखर कुर्सी पटकते हुए और डॉ. वाय राजशेखर को धमकाते हुए नजर आते हैं। डॉ. वाय राजशेखर का कहना है कि यह घटना कोई नई नहीं है; उनके साथ इस तरह के उत्पीड़न की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. रवि शेखर और उनकी सहयोगी, न्यूरोसर्जन डॉ. सुधा राम, स्टाफ के सामने उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करती हैं।
वेतन बंद और टीडीएस फ्रॉड:
डॉ. वाय राजशेखर का आरोप है कि उनके पिता की मृत्यु के बाद, किम्स हॉस्पिटल का पूरा नियंत्रण डॉ. वाय रवि शेखर ने अपने हाथ में ले लिया। इसके बाद, उन्होंने डॉ. वाय राजशेखर की सैलरी रोक दी, लेकिन सरकारी रिकार्ड्स में टीडीएस (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) जमा करना जारी रखा। यह घोटाला तब उजागर हुआ जब डॉ. वाय राजशेखर को टीडीएस फ्रॉड की जानकारी मिली और उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और वाय कमला और डॉ. वाय रवि शेखर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
पारिवारिक कलह का बढ़ता दायरा:
डॉ. वाय राजशेखर के मुताबिक, इस विवाद के लिए उनकी मां वाय कमला, भाई डॉ. रवि शेखर और डॉ. सुधा राम जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हॉस्पिटल और संपत्ति हड़पने के लिए कई अनैतिक तरीकों का सहारा लिया गया। किम्स हॉस्पिटल में पुराने स्टाफ को हटाने के बाद, डॉ. वाय रवि शेखर ने हॉस्पिटल में पूरी तरह से अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया। इसके बाद, हॉस्पिटल के स्टाफ को डॉ. वाय राजशेखर से बात करने या उनके आदेशों का पालन करने से भी मना कर दिया गया।