बिलासपुर, छत्तीसगढ़: सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में स्थित तिफरा के शासकीय आश्रयदत्त कर्मशाला में पढ़ने वाली एक विशेष जरूरतों वाली छात्रा, कुमारी पल्लवी, द्वारा आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। यह घटना 12 दिसंबर 2024 को हुई जब मृतका ने छात्रावास की छत से कूदकर अपनी जान दे दी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मर्ग क्रमांक 98/2024 के तहत मामला दर्ज किया और फॉरेंसिक टीम के साथ मौके का निरीक्षण किया। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से साक्ष्य एकत्र किए गए, और घटनास्थल की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की गई।
मृतका, जो बोलने और सुनने में असमर्थ थी, तिफरा स्थित शासकीय आश्रयदत्त कर्मशाला में कंप्यूटर की पढ़ाई कर रही थी। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतका के साथ पढ़ने वाले एक अन्य विशेष जरूरतों वाले छात्र, आकाश रवि, ने घटना से पहले उसके साथ मारपीट की थी।
आरोपी का खुलासा और गिरफ्तारी
गवाहों और मृतका की बहन के कथनों के अनुसार, घटना वाले दिन पल्लवी ने वीडियो कॉल के माध्यम से इशारों में बताया था कि आकाश ने उसके साथ मारपीट की थी, जिससे वह परेशान थी। इस जानकारी के आधार पर आरोपी आकाश रवि को पूछताछ के लिए बुलाया गया।
चूंकि आकाश भी बोलने और सुनने में असमर्थ है, इसलिए उससे साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की सहायता से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान, उसने अपने कृत्य को स्वीकार किया। पुलिस ने उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया और अपराध क्रमांक 921/2024 धारा 108 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया।
विवेचना जारी, न्यायिक प्रक्रिया शुरू
आरोपी को 18 दिसंबर 2024 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस मामले की गहन विवेचना कर रही है ताकि अन्य संभावित साक्ष्यों और परिस्थितियों का पता लगाया जा सके।
मामले की संवेदनशीलता
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था का सवाल उठाता है बल्कि विशेष जरूरतों वाले व्यक्तियों की सुरक्षा और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर चर्चा का विषय बनता है।
समाज और संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाएं और विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए एक सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण सुनिश्चित करें।