बिलासपुर। बर्जेस अंग्रेजी शाला में 21 और 22 दिसंबर 2024 को आयोजित एलुमनी मीट का आयोजन एक ऐतिहासिक अवसर बनकर सामने आया। दो दिन तक चले इस कार्यक्रम ने पूर्व छात्रों को स्कूल के पुराने दिनों की यादों में डुबो दिया। इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से लगभग 400 पूर्व छात्रों ने भाग लिया, जिसमें कई प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल थीं।
आयोजन की तैयारी और उद्देश्य
एलुमनी मीट की तैयारी पिछले छह महीनों से की जा रही थी। आयोजकों ने 3000 से अधिक पूर्व छात्रों से संपर्क करने का प्रयास किया और 500 से अधिक लोगों को इस समारोह में आमंत्रित किया। इस आयोजन का उद्देश्य पूर्व छात्रों को एक मंच पर लाकर पुराने संबंधों को पुनर्जीवित करना और उनके उपलब्धियों का सम्मान करना था।
पहला दिन: यादों की वापसी
कार्यक्रम का पहला दिन पूर्व छात्रों के लिए स्कूल के दिनों में लौटने जैसा था। एक विशेष असेंबली आयोजित की गई, जिसमें एलुमनी ने पीटी का अभ्यास किया और मंच से सभी का परिचय कराया गया। इसके बाद, उन छात्रों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल की।
सम्मानित विभूतियों में छत्तीसगढ़ महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडे, कर्नल अभिषेक श्रीवास्तव, कमांडर संदीप मुरारका, इसरो के वैज्ञानिक राजीव चतुर्वेदी, और एडिशनल कलेक्टर उमाशंकर बांधे शामिल थे।
दूसरा दिन: सम्मान और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
दूसरे दिन की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर स्कूल के 32 पूर्व शिक्षकों, 48 वर्तमान शिक्षकों और कर्मचारियों का सम्मान किया गया। इसके बाद एलुमनी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। “एहसास” बैंड और आशीष लाइव की शानदार प्रस्तुतियों ने माहौल को उत्साह से भर दिया।
कार्यक्रम के समापन पर मुंबई की प्रसिद्ध गायिका रागिनी त्यागराज ने अपनी प्रस्तुति से समां बांध दिया। इसके बाद सभी एलुमनी को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
आयोजन की सफलता में योगदान
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संजय मुरारका, वेंटेश अग्रवाल, शरद मुरारका, प्रिंस मल्होत्रा, गिरधारी सोनी, राकेश गोयल, करण सिंह, सुमित टाह, आशीष सिंह परिहार, सौरभ श्रीवास्तव, शालू तुलस्यान, रोहित सराफ और समीर शुक्ला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्कूल के शिक्षक सी.के. झा, जावेद अली, और 1994 बैच के कमल सोनी एवं डीएफओ सत्यदेव शर्मा का मार्गदर्शन भी आयोजन की सफलता का प्रमुख आधार रहा।
भविष्य की उम्मीदें
इस आयोजन ने सभी को पुरानी यादों में झांकने और नए संबंध बनाने का अवसर दिया। आयोजकों ने वादा किया कि जल्द ही एक और एलुमनी मीट का आयोजन किया जाएगा, जिससे यह परंपरा जारी रहे।
बर्जेस एलुमनी मीट 2024 न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह भावनाओं और स्मृतियों का संगम था, जिसने सभी को अपने पुराने दिनों की खूबसूरत झलक दी।