बिलासपुर, 23 दिसंबर। जिले में अवैध धान के कारोबार पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासनिक टीम ने छापा मारकर 4 प्रतिष्ठानों से कुल 483 क्विंटल धान जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 15 लाख रुपये है। यह कार्रवाई जिला कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य, राजस्व और मंडी अधिकारियों की संयुक्त टीम ने की।
खाद्य अधिकारी अनुराग भदौरिया ने बताया कि कोटा विकासखंड के ग्राम चंगोरी में स्थित “जय माता दी मुर्रा उद्योग” में 232 क्विंटल (580 कट्टी) धान का अवैध भंडारण पाया गया। प्रोपाइटर राधेश्याम साहू न तो वैध दस्तावेज प्रस्तुत कर सके, न ही स्टॉक रजिस्टर संधारित था। प्रशासन ने इस मामले में मंडी अधिनियम के तहत धान जब्त कर लिया।
इसी तरह, तखतपुर विकासखंड के ग्राम अमसेना में “श्री राम ट्रेडर्स” के गोदाम में 42.80 क्विंटल धान बिना किसी वैध दस्तावेज के पाया गया। इस पर भी मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
बोदरी तहसील के ग्राम चकरभाठा में प्रशासन ने दो प्रतिष्ठानों पर छापा मारा। “जय श्री कृपा” के प्रोपाइटर संतोष कुमार फोटानी के पास 148 क्विंटल धान और सुरेश पंजवानी के गोदाम से 60 क्विंटल धान जब्त किया गया। इन दोनों गोदामों को सील कर दिया गया है।
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जिले में अवैध धान के विक्रय, परिवहन और भंडारण पर रोक लगाने के लिए ऐसी कार्रवाई लगातार की जाएगी। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
धान का अवैध संग्रहण और इसे सरकारी समितियों में खपाने की कोशिश किसानों और सरकार दोनों को नुकसान पहुंचाती है। दलाल इस तरह की गतिविधियों के जरिए मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं, लेकिन प्रशासन अब इस पर पूरी तरह से नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस कार्रवाई से जिले में अवैध धान व्यापारियों के बीच खलबली मच गई है। प्रशासन का यह कदम न केवल कानून का पालन सुनिश्चित करेगा, बल्कि किसानों के हक की रक्षा में भी मददगार साबित होगा।
आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे अवैध धान व्यापार पर पूरी तरह से लगाम लग सके।