बिलासपुर नगर निगम चुनाव 2025 से पहले मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी 01 के अध्यक्ष जावेद मेनन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस मुद्दे को उठाते हुए प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ की गई है, जिससे चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया है कि वार्ड क्र. 23 के मतदाताओं को अनधिकृत रूप से वार्ड क्र. 32 में शिफ्ट कर दिया गया है। पूर्व पार्षद तैयब हुसैन ने इस संबंध में उपजिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। उनके अनुसार, वार्ड क्र. 32 के भाग संख्या 02 की संशोधित सूची में कुल 353 मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। इनमें से 181 पुरुष और 172 महिलाएं शामिल हैं, जो दरअसल वार्ड क्र. 23 के मतदाता हैं।
पूर्व में प्रकाशित मतदाता सूची में वार्ड क्र. 32 में कुल 925 मतदाता थे। लेकिन 11 दिसंबर 2024 को प्रकाशित नई सूची में यह संख्या बढ़कर 1079 हो गई। इस सूची में 353 नए नाम जोड़े गए हैं, जो दूसरे वार्ड के मतदाता हैं। कांग्रेस ने इसे गंभीर अनियमितता बताते हुए इसकी जांच की मांग की है।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जावेद मेनन ने कहा कि यह केवल एक वार्ड का मामला नहीं है। अन्य वार्डों में भी मतदाता सूची में त्रुटियां पाई जा रही हैं। बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर्स) को निरीक्षण के लिए पुरानी मतदाता सूची दी गई है, जबकि नगर निगम चुनाव 2025 के लिए नई सूची पहले ही प्रकाशित हो चुकी है। इससे न केवल भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है, बल्कि त्रुटियों की संभावना भी बढ़ गई है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि परिसीमन के नियमों के खिलाफ जाकर मतदाताओं के नाम हटाए और जोड़े जा रहे हैं। यह प्रक्रिया चुनाव की निष्पक्षता को प्रभावित कर सकती है। जावेद मेनन ने कहा, “मतदाता सूची चुनावी प्रक्रिया का आधार है। अगर इसमें ही छेड़छाड़ हो, तो निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद करना मुश्किल है।”
कांग्रेस ने तय किया है कि सभी वार्डों से प्राप्त आपत्तियों को संकलित कर जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपा जाएगा। आगामी सोमवार, 6 जनवरी को जिला कांग्रेस कमेटी शहर के माध्यम से इस मुद्दे पर औपचारिक शिकायत दर्ज की जाएगी।
कांग्रेस ने इस मामले में दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जावेद मेनन ने कहा कि इस तरह की अनियमितताएं लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करती हैं और इन पर तुरंत अंकुश लगाया जाना चाहिए।
बिलासपुर नगर निगम चुनाव के दौरान मतदाता सूची में अनियमितताओं का यह मामला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों ने इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इन आरोपों की जांच कैसे करता है और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाता है।