भारतीय रेलवे, देश का सबसे बड़ा परिवहन नेटवर्क, करोड़ों यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने का माध्यम है। लेकिन इसके साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा और उनके सामान की देखभाल रेलवे प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती रही है। इसे ध्यान में रखते हुए, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने वर्ष 2025 में “ऑपरेशन यात्री सुरक्षा” नामक विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य यात्री सामानों की चोरी और अन्य संबंधित अपराधों पर लगाम लगाना है।
“ऑपरेशन यात्री सुरक्षा” के तहत यात्रियों से जुड़े अपराधों, विशेष रूप से चोरी और पाकेटमारी जैसे अपराधों को रोकने के लिए व्यापक कार्रवाई की जा रही है। बिलासपुर, रायपुर और नागपुर मंडलों के सभी स्टेशनों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद प्रत्येक मंडल में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसके साथ ही, रेलवे सुरक्षा बल के पोस्ट स्तर पर तैनात टीमों और अपराध गुप्तचर शाखाओं को सक्रिय कर दिया गया है। यह पहल स्टेशनों पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ाने और निगरानी के नए तरीकों को लागू करने के लिए भी प्रेरित कर रही है।
इस अभियान के तहत अब तक उल्लेखनीय सफलता मिली है। पिछले सप्ताह, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और गोंदिया जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर कार्रवाई करते हुए 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। ये आरोपी मुख्य रूप से मोबाइल चोरी और पाकेटमारी जैसे अपराधों में लिप्त पाए गए।
गिरफ्तार किए गए सभी अपराधियों को शासकीय रेलवे पुलिस (GRP) के सुपुर्द कर दिया गया है, जहां उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस सफलता के पीछे टास्क फोर्स की सक्रियता और बेहतर समन्वय का योगदान है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का यह कदम यात्रियों के बीच सुरक्षा की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यात्री सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है।
इस अभियान के तहत यात्रियों से यह अपील भी की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना तत्काल रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर दें। साथ ही, स्टेशन परिसरों में सुरक्षा कैमरों की तैनाती और अन्य तकनीकी उपायों को भी बढ़ाया जा रहा है।
“ऑपरेशन यात्री सुरक्षा” एक सतत प्रक्रिया है। रेलवे प्रशासन का कहना है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि अपराधों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग जाती। इसके अलावा, यात्रियों की जागरूकता और सुरक्षा बलों की ट्रेनिंग पर भी जोर दिया जा रहा है, ताकि रेल यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित बनाया जा सके।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान ने न केवल यात्रियों के भरोसे को मजबूत किया है, बल्कि रेलवे सुरक्षा बल की तत्परता को भी साबित किया है। यह पहल अन्य रेलवे मंडलों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है, ताकि पूरे देश में रेलवे यात्रा को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाया जा सके।