रायपुर। भाजपा हाईकमान ने 17 जनवरी 2025 को छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर किरणदेव सिंह के नाम का ऐलान किया। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब पार्टी राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयासों में जुटी हुई है। किरणदेव सिंह पहले भी प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका निभा चुके हैं और उन्हें पार्टी संगठन में एक मजबूत नेतृत्वकर्ता के रूप में देखा जाता है।
किरणदेव सिंह छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के जगदलपुर से 2023 में पहली बार विधायक चुने गए थे। राजनीति में उनकी जड़ें गहरी हैं, और उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने जनता के साथ जुड़ने और क्षेत्र के विकास के लिए काम करने पर जोर दिया। इससे पहले वे जगदलपुर नगर निगम के महापौर रह चुके हैं, जहां उन्होंने शहरी विकास के लिए कई अहम पहल की।
प्रदेश अध्यक्ष के रूप में किरणदेव सिंह की पुनर्नियुक्ति भाजपा के लिए एक रणनीतिक फैसला है। बस्तर जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र से आने वाले किरणदेव सिंह को उनकी नेतृत्व क्षमता और जमीनी पकड़ के लिए जाना जाता है। उनकी नियुक्ति से पार्टी को आदिवासी समुदाय के बीच अपनी पैठ और मजबूत करने में मदद मिलेगी।
छत्तीसगढ़ में 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने फिर से सत्ता में वापसी की थी। ऐसे में भाजपा के सामने अगले चुनावों के लिए अपनी रणनीति तैयार करना और राज्य में संगठन को मजबूत करना एक बड़ी चुनौती है। किरणदेव सिंह के नेतृत्व में पार्टी संगठन को फिर से खड़ा करने और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने की उम्मीद है।
किरणदेव सिंह की नियुक्ति यह संदेश देती है कि भाजपा नेतृत्व युवा और क्षेत्रीय नेताओं को आगे लाने पर जोर दे रहा है। बस्तर जैसे क्षेत्र के एक युवा और सक्रिय नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने राज्य के हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश की है।
किरणदेव सिंह के लिए यह कार्यकाल चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि उन्हें न केवल संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना होगा बल्कि जनता के बीच पार्टी की नीतियों को प्रभावी ढंग से पहुंचाना भी होगा। आगामी चुनावों में भाजपा की सफलता के लिए उनकी भूमिका निर्णायक साबित हो सकती है।
किरणदेव सिंह की यह नियुक्ति भाजपा के भविष्य की रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस नई जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं और पार्टी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में किस हद तक सफल होते हैं।