बिलासपुर में आगामी नगर निगम चुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी प्रमोद नायक ने भाजपा की महापौर प्रत्याशी एल पद्यमजा (पूजा विधानी) के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर) और निर्वाचन पर्यवेक्षक विनीत नदनवार को पत्र लिखकर मांग की है कि शहर में लगे भाजपा के पोस्टर-बैनर और झंडे तत्काल हटाए जाएं।
प्रमोद नायक के अनुसार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के रोड शो को लेकर पूरे शहर के बिजली खंभों और सरकारी भवनों पर भाजपा की प्रचार सामग्री लगा दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है और प्रशासन इसे रोकने में विफल रहा है।
कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो जाती है, जिसके तहत किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार को सरकारी संपत्ति का इस्तेमाल प्रचार के लिए नहीं करने दिया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को पहले भी उठा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
कार्रवाई की मांग और अगली रणनीति
प्रमोद नायक ने जिला निर्वाचन अधिकारी और ऑब्जर्वर से तत्काल इन पोस्टरों और बैनरों को हटाने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन शीघ्र कदम नहीं उठाता है, तो वे प्रदेश निर्वाचन आयोग से इस मामले की शिकायत करेंगे।
सियासी तापमान बढ़ा
बिलासपुर नगर निगम चुनाव में यह मामला एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। भाजपा और कांग्रेस के बीच पहले से ही कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है, और अब आचार संहिता उल्लंघन का यह आरोप चुनावी माहौल को और गर्म कर सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन इस शिकायत पर क्या कदम उठाता है और क्या यह मामला प्रदेश निर्वाचन आयोग तक पहुंचता है।