रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए शुक्रवार को मस्जिदों में जुमे की नमाज के समय में बदलाव किया है। अब जुमे की नमाज दोपहर 12 बजे के बजाय 2 से 3 बजे के बीच अदा की जाएगी। यह निर्णय होली के त्योहार के मद्देनजर लिया गया है, ताकि आपसी भाईचारा और सामाजिक सौहार्द बना रहे।
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने बताया कि इस बदलाव का उद्देश्य विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द्र और शांति को बढ़ावा देना है। होली के दिन सड़कों पर अधिक चहल-पहल रहती है, जिससे नमाजियों को आने-जाने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे में यह फैसला सामुदायिक समरसता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
वक्फ बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि सभी मस्जिदों के मुतवल्लियों (प्रबंधकों) को इस आदेश का पालन करना होगा। यदि कोई मौलाना या मुतवल्ली जुमे की नमाज के बाद बिना अनुमति के भाषण देता है, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड का मानना है कि कुछ मौलवियों के भाषण सामाजिक मुद्दों पर होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में वे भड़काऊ भी हो सकते हैं, जिससे समाज में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड का यह फैसला समाज में शांति और भाईचारे को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है। विभिन्न समुदायों के नेताओं और नागरिकों ने भी इस फैसले का समर्थन किया है।
इस निर्णय से यह संदेश जाता है कि धार्मिक व्यवस्थाओं को सामाजिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए समायोजित किया जा सकता है, ताकि सभी समुदायों के बीच सौहार्द्र बना रहे और किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।