बिलासपुर और इसके आसपास के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जिला अस्पताल के नजदीक एक 75 बिस्तर वाला अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल बनने जा रहा है, जो आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं और तकनीकी उपकरणों से सुसज्जित होगा। यह अस्पताल प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अधोसंरचना मिशन के तहत तैयार किया जा रहा है, जिसमें गंभीर और आपात स्थिति में आने वाले मरीजों को त्वरित और उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी। इससे न केवल महंगे इलाज से गरीब मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि पूरे बिलासपुर संभाग के मरीजों को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।
अस्पताल की विशेषताएं
यह क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल 36 करोड़ 35 लाख रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है, जिसमें 24.95 करोड़ रुपये भवन निर्माण पर और 11.40 करोड़ रुपये अत्याधुनिक उपकरणों के लिए खर्च किए जाएंगे। इसमें कुल 75 बेड होंगे, जिनमें 12 आईसीयू बेड, 12 एचडीयू बेड, 30 बेड वाले आइसोलेशन वार्ड, 5 आइसोलेशन रूम, 4 डायलिसिस बेड, 4 एमसीएच बेड, 10 इमरजेंसी बेड और 2 ट्राएज बेड शामिल हैं।
यह पांच मंजिला अस्पताल 24 घंटे चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा, जिसमें आईसीयू, सोनोग्राफी, एक्स-रे, पैथोलॉजी, एमआरआई, और सीटी स्कैन जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसका निर्माण कार्य राज्य सड़क परिवहन निगम के पुराने संभागीय कार्यालय की जमीन पर किया जा रहा है, जो जिला अस्पताल के नजदीक स्थित है। निर्माण एजेंसी के रूप में सीजीएमएससी को जिम्मेदारी सौंपी गई है और कलेक्टर अवनीश शरण के नेतृत्व में इसका निरीक्षण और योजना का क्रियान्वयन हो रहा है।
गरीबों के लिए वरदान
इस क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल का उद्देश्य गंभीर मरीजों को त्वरित और बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। यहां मरीजों का प्राथमिक उपचार करने के बाद, उन्हें आवश्यकता अनुसार जिला अस्पताल के अन्य विभागों में रेफर किया जाएगा। अस्पताल में अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए मरीजों की जांच और इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों को इससे बहुत बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि यह अस्पताल महंगे इलाज का सस्ता और सुलभ विकल्प प्रदान करेगा।
क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
बिलासपुर संभाग के मरीजों को इस अस्पताल से बहुत फायदा होगा, क्योंकि यहां त्वरित इलाज की सुविधा होने से गंभीर मरीजों की जान बचाने में मदद मिलेगी। साथ ही, अत्याधुनिक तकनीकी और उपकरणों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। इस अस्पताल के निर्माण से पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगा और जिला अस्पताल को आधुनिकतम अस्पतालों की श्रेणी में लाने में मदद मिलेगी।
सरकार की पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अधोसंरचना मिशन के तहत इस अस्पताल का निर्माण हो रहा है। इस मिशन का उद्देश्य है कि 5 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल्स का निर्माण किया जाए, ताकि गंभीर मरीजों को त्वरित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इस परियोजना के तहत अस्पताल के निर्माण की लागत का 60 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
बिलासपुर में बन रहा यह क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए, बल्कि पूरे संभाग के मरीजों के लिए एक वरदान साबित होगा। महंगे इलाज से राहत पाने के साथ-साथ गंभीर मरीजों को त्वरित इलाज की सुविधा मिलने से स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ा सुधार होगा। यह पहल क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।