बिलासपुर में कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर एक महत्वपूर्ण छापामार कार्रवाई की गई, जिसमें फूड विभाग, राजस्व विभाग और एनएचआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने मिलकर दो ढाबों पर छापा मारा। यह कार्रवाई बिल्हा के एसडीएम के मार्गदर्शन में की गई। यह छापा पेंड्राडीह बायपास के पास स्थित सीजी 10 ढाबा और राज भोजनालय पर हुआ, जहां घरेलू गैस सिलेंडरों का अवैध रूप से व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा था।
छापे के दौरान, सीजी 10 ढाबा संचालक राकेश शर्मा के पास से 4 घरेलू गैस सिलेंडर जब्त किए गए, जो कि व्यावसायिक उपयोग के लिए अवैध थे। इसी तरह, राज भोजनालय संचालक कृष्ण कुमार कौशिक के पास से भी 4 घरेलू सिलेंडर पाए गए, जिनका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा था। दोनों मामलों में नियमों के उल्लंघन के कारण आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य अवैध गैस सिलेंडर उपयोग को रोकना था, जो न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक है। घरेलू गैस सिलेंडरों का व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोग करना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि गैस कंपनियों और सरकारी नियमों के खिलाफ भी है। इन सिलेंडरों का उपयोग आम जनता के लिए सस्ते दर पर किया जाता है, ताकि घरेलू उपयोगकर्ता अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। व्यवसायिक उपयोग के लिए घरेलू सिलेंडरों का उपयोग करना गैस कंपनियों और उपभोक्ताओं के बीच एक प्रकार की धोखाधड़ी है।
छापेमारी टीम में नायब तहसीलदार बोदरी ओमप्रकाश चंद्रवंशी, राजस्व निरीक्षक शैलेश गढ़वाल, फूड इंस्पेक्टर मंगेश कांत, एनएचआई के अधिकारी/कर्मचारी और हल्का पटवारी शामिल थे। यह कार्रवाई यह संदेश देती है कि जिला प्रशासन किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह छापेमारी उन ढाबा संचालकों के लिए एक सख्त चेतावनी है जो नियमों का उल्लंघन कर घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए कर रहे हैं। इससे पहले भी कई जगहों पर इसी तरह की कार्रवाइयाँ की गई हैं, लेकिन इस बार जिला प्रशासन ने एक समन्वित और कड़ी कार्रवाई की है। इसका उद्देश्य न केवल अवैध गतिविधियों को रोकना है, बल्कि समाज में सुरक्षा और न्यायपूर्ण व्यापारिक प्रथाओं को बढ़ावा देना भी है।