बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने एक बार फिर भाजपा सरकार की कार्यशैली पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने राज्य में सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सरगुजा से रामानुजगंज तक की सड़कें जनता की उम्मीदों पर पानी फेर रही हैं। सिंहदेव ने कहा, “मैंने पहले सरकार को साढ़े 4 अंक दिए थे, लेकिन अब हालात और भी बदतर हो गए हैं, इसलिए अब सिर्फ 4 अंक देता हूं।”
उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन के पीछे जनता की एकमात्र उम्मीद थी– विकास, लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद सड़कों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। इससे साफ है कि सरकार जमीनी स्तर पर काम करने में विफल रही है। सिंहदेव ने लोरमी में आदिवासी सभा में शामिल होने के दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
देश को चाहिए ‘आर-पार’ की रणनीति
पुलगांव में हुए आतंकी हमले को लेकर भी सिंहदेव ने कड़ा बयान दिया। उन्होंने इसे “अमानवीय, वीभत्स और निंदनीय” करार दिया और कहा कि यह हमला देश में अस्थिरता फैलाने की साजिश है। उन्होंने कहा, “भारत को अब आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की रणनीति अपनानी होगी। यह वक्त केवल बयानबाज़ी का नहीं, बल्कि ठोस और निर्णायक कार्रवाई का है।”
सिंहदेव ने केंद्र सरकार से मांग की कि जिस प्रकार छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ टारगेट तय कर अभियान चलाया गया, उसी तरह आतंकवाद के खिलाफ भी स्पष्ट रणनीति बनानी चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि अगर उसकी जमीन से आतंकी गतिविधियां चलती रहीं, तो उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
“देश एकजुट है, हौसले नहीं टूटने देंगे”
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि देश का हर नागरिक आज सेना और सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाएं हमारे हौसले को नहीं तोड़ सकतीं। हम और अधिक एकजुट होकर आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
“टीएस सिंहदेव के बयानों ने एक बार फिर राज्य की राजनीति में बहस को गर्म कर दिया है। जहां एक ओर उन्होंने भाजपा सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए, वहीं आतंकी हमले पर सख्त रुख अपनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को भी केंद्र में ला दिया। अब देखने वाली बात यह होगी कि भाजपा इन आरोपों का क्या जवाब देती है और आगामी समय में इन मुद्दों पर क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।