बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में कानून व्यवस्था को चुनौती देते हुए रेत माफिया ने अपनी क्रूरता की हदें पार कर दीं। कनहर नदी में अवैध रेत खनन रोकने के प्रयास में लगे कांस्टेबल शिव बचन सिंह की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई। यह घटना न केवल प्रशासनिक विफलता को उजागर करती है, बल्कि राज्य में अवैध खनन से जुड़ी बढ़ती हिंसा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
घटना बलरामपुर जिले के सनावल थाना क्षेत्र की है, जहां वन विभाग की टीम अवैध रेत खनन पर कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान कांस्टेबल शिव बचन सिंह को ड्यूटी पर तैनात किया गया था। जब वह रेत से लदा ट्रैक्टर रोकने का प्रयास कर रहे थे, तो चालक ने उन्हें कुचलते हुए वाहन आगे बढ़ा दिया। घायल अवस्था में कांस्टेबल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
इस गंभीर घटना पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने सख्त रुख अपनाया है। चीफ जस्टिस ने मामले को स्वतः संज्ञान में लेते हुए इसे अवकाशकालीन पीठ में प्रस्तुत किया। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा, “अवैध खनन रोकने के निर्देश के बावजूद यह स्थिति दर्शाती है कि राज्य में हालात कितने चिंताजनक हैं।” कोर्ट ने राज्य के खनिज सचिव और वन विभाग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 9 जून को होगी।
यह घटना राज्य में कार्यरत अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा करती है। जिस प्रकार से अवैध माफिया खुलेआम कानून के रखवालों पर हमला कर रहे हैं, वह शासन और प्रशासन दोनों के लिए चेतावनी है। अब यह देखना होगा कि न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद सरकार और प्रशासन किस तरह से स्थिति को नियंत्रित करते हैं।



