बिलासपुर, 14 जून 2025 – जिले के स्कूलों में एक बार फिर रौनक लौटने जा रही है। आगामी 16 जून से शाला प्रवेश उत्सव के साथ नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ किया जाएगा। इसको लेकर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने स्कूल शिक्षा विभाग, जिला पंचायत और संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।
🎒 स्वागत ऐसा हो कि बच्चे स्कूल को घर समझें
बैठक में कलेक्टर ने विशेष रूप से यह कहा कि प्रवेश उत्सव सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि बच्चों के स्वागत का उत्सव है। उन्होंने निर्देश दिया कि स्कूलों की साफ-सफाई कर स्वच्छ और आकर्षक वातावरण तैयार किया जाए ताकि नवप्रवेशी बच्चे स्वयं को सम्मानित और सहज महसूस करें। तिलक लगाकर उनका स्वागत हो और सामाजिक भागीदारी के साथ न्योता भोज का आयोजन किया जाए।
🧑🏫 शिक्षक बनें मार्गदर्शक, न कि सिर्फ अध्यापक
कलेक्टर ने शिक्षकों को बच्चों को अपने जैसा मानकर पढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “एक शिक्षक केवल नौकरी नहीं करता, वह देश के भविष्य का निर्माता होता है।” उन्होंने शिक्षकों की घटती सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर भी चिंता जाहिर की और इसे फिर से स्थापित करने पर बल दिया।
📈 शिक्षा का लक्ष्य केवल अंक नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी
कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करना शिक्षा का असली उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर बच्चे की अलग-अलग प्रतिभा होती है, और उसे पहचान कर प्रोत्साहित करना शिक्षक का दायित्व है।
🌱 “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की शुरुआत
पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी पहल करते हुए उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत की बात कही। इसके तहत हर बच्चा अपने माता-पिता के नाम पर पौधा लगाएगा और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी भी स्वयं लेगा।
🏫 विद्यालय परिसरों से हटें अतिक्रमण व नशा सामग्री की दुकानें
कलेक्टर ने स्कूल परिसरों में गुटखा, सिगरेट जैसी नशा सामग्री की दुकानों और अवैध कब्जों को हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बच्चों के लिए सुरक्षित और प्रेरणादायक वातावरण जरूरी है।
🧑⚕️ चिरायु योजना के अंतर्गत सभी बच्चों का होगा स्वास्थ्य परीक्षण
स्वास्थ्य के प्रति सजगता दिखाते हुए उन्होंने कहा कि सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण प्रारंभिक स्तर पर कराया जाए, जिससे बीमारियों का समय पर इलाज संभव हो सके।
📚 जाति प्रमाण पत्र और स्मार्ट क्लास की व्यवस्था
सभी नवप्रवेशी बच्चों के लिए जाति प्रमाण पत्र की प्रक्रिया शाला स्तर पर ही शुरू की जाएगी। इसके लिए प्राचार्यों को ID उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से स्मार्ट क्लास की व्यवस्था करने को कहा गया।
🛠 भवन निर्माण में गुणवत्ता और खेल मैदान का ध्यान जरूरी
कलेक्टर ने भवन निर्माण कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य स्कूल के वातावरण को बाधित न करे और बच्चों के लिए खेल का मैदान सुरक्षित रहे।
🏆 100% बोर्ड परिणाम देने वाले शिक्षकों का होगा सम्मान
मिशन 90 के तहत बोर्ड परीक्षा में 100 प्रतिशत परिणाम देने वाले प्राचार्यों को सम्मानित किया जाएगा। कलेक्टर ने ऐसे शिक्षकों से उनकी रणनीति साझा करने का आग्रह भी किया।
📖 पाठ्यपुस्तकों का वितरण सुनियोजित हो
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अनिल तिवारी ने बताया कि इस बार पुस्तकों का वितरण स्कैनिंग और स्कूल की सील के बाद ही किया जाएगा। पुरानी पुस्तकें वितरित नहीं की जाएंगी।