बिलासपुर, 25 जून 2025 — मोबाइल सिम से जुड़े दस्तावेजों के फर्जीवाड़े का एक गंभीर मामला कोटा थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहाँ एक युवक द्वारा दूसरे व्यक्ति के दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जी सिम निकालने और उसका गलत तरीके से उपयोग करने का मामला उजागर हुआ है। कोटा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एसएसपी रजनेश सिंह द्वारा चलाए जा रहे चेतना अभियान के तहत सभी प्रकार के अपराधों पर त्वरित व कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) कोटा नुपूर उपाध्याय के निर्देशन में एक संगठित कार्रवाई की गई।
प्रकरण का खुलासा तब हुआ जब प्रार्थी करीम मोहम्मद ने 24 जून 2025 को थाना कोटा में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि द्वारिका साहू (उम्र 22 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 10, डाक बंगला पारा, कोटा), जो एक मोबाइल दुकान में पीओएस एजेंट के रूप में कार्यरत है, ने उसके निजी दस्तावेजों का छलपूर्वक उपयोग करते हुए उसके नाम पर एक मोबाइल सिम कार्ड जारी किया और उसका गलत इस्तेमाल कर रहा है।
प्रार्थी की शिकायत पर थाना कोटा पुलिस ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए तत्काल अपराध क्रमांक 645/2025 धारा 318(4) बी.एन.एस. एवं 66(सी) आई.टी. एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। तत्पश्चात आरोपी द्वारिका साहू को त्वरित रूप से गिरफ़्तार किया गया और उसे न्यायिक रिमांड पर भेजने की कार्यवाही की जा रही है।
इस सफल कार्रवाई में थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग, प्रधान आरक्षक घनश्याम आडिल (938), आरक्षक जलेश्वर साहू (252) तथा ACCU की विशेष भूमिका रही। पुलिस का कहना है कि इस तरह के साइबर अपराधों पर सख्त नजर रखी जा रही है और भविष्य में भी इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
पुलिस की अपील: आम नागरिकों से अपील की जाती है कि वे अपने पहचान पत्रों और दस्तावेजों को साझा करने में सतर्कता बरतें और किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।