बिलासपुर। शहर में एक बार फिर साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका अपनाते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नाम का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी की कोशिश की है। इस बार निशाने पर रहीं डीएसपी रश्मित कौर चावला। अज्ञात आरोपी ने उनके नाम से फेक आईडी तैयार कर फर्नीचर बेचने का झूठा विज्ञापन सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ताकि आम नागरिकों को भ्रमित कर उनसे पैसे ठगे जा सकें।
डीएसपी रश्मित कौर के संज्ञान में मामला आते ही उन्होंने इस संदर्भ में शिकायत दर्ज कराई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि फर्जी अकाउंट का उपयोग कर आरोपी द्वारा सस्ते दामों पर फर्नीचर बेचने की बात की गई थी और विश्वास दिलाने के लिए डीएसपी का नाम व फोटो इस्तेमाल किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिविल लाइन थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। संबंधित धाराओं में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 319 (प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला कार्य), धारा 1 (सामान्य परिभाषा), 62 (जालसाजी से संबंधित अपराध) और आईटी एक्ट की धारा 66D (इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से धोखाधड़ी) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
साइबर सेल जांच में जुटी
साइबर सेल की टीम अब तकनीकी विश्लेषण के जरिए यह पता लगाने में जुट गई है कि यह फर्जी अकाउंट किसने, कहां से और कब बनाया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी जानकारी मांगी गई है, ताकि फेक प्रोफाइल को हटाया जा सके और आरोपी तक पहुंचा जा सके।
पुलिस की अपील
पुलिस विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट या अकाउंट पर विश्वास करने से पहले उसकी सत्यता जांच लें, विशेषकर जब बात पैसे के लेन-देन की हो। यदि कोई व्यक्ति पुलिस अधिकारी के नाम पर सामान बेचने या मदद मांगने का दावा करे, तो तत्काल स्थानीय थाने या साइबर हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।