रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय (ED) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रविवार को उन्होंने अपने बेटे चैतन्य बघेल से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया मंच X पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि चैतन्य की गिरफ्तारी बिना किसी समन के की गई, जो पूरी तरह से कानून की अवहेलना है।
भूपेश बघेल का आरोप है कि ED की यह कार्रवाई उनके बेटे पर नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी की आवाज को दबाने की साजिश है। उन्होंने लिखा, “ED के आरोपों में कोई दम नहीं है। ये गिरफ्तारी बिना किसी वैध समन के की गई है। सीधी बात है कि कांग्रेस पार्टी ने तमनार में जो अवैध पेड़ कटाई के खिलाफ आवाज उठाई थी, उसे दबाने की यह एक कोशिश है।”
अडानी का नाम घसीटते हुए लगाए गंभीर आरोप
भूपेश बघेल ने पोस्ट में सीधे तौर पर उद्योगपति अडानी का नाम लेते हुए लिखा कि, “कोई भी अडानी के खिलाफ आंदोलन करेगा, उसे ना दिखाया जाएगा, ना उसकी बात छापी जाएगी। और जो भी आवाज उठाएगा, उसका हश्र वही होगा जो आज मेरे बेटे के साथ हुआ है।”
इस बयान से साफ संकेत मिलते हैं कि बघेल इस गिरफ्तारी को सिर्फ कानूनी प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक राजनीतिक बदले की कार्रवाई मान रहे हैं।
तमनार मुद्दे से जोड़कर दिया राजनीतिक रंग
गौरतलब है कि कांग्रेस ने बीते सप्ताह तमनार क्षेत्र में हो रही कथित अवैध पेड़ कटाई के खिलाफ विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाया था। पार्टी ने आरोप लगाया था कि इस क्षेत्र में औद्योगिक परियोजना के नाम पर जंगलों को नष्ट किया जा रहा है और आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही है। भूपेश बघेल का मानना है कि इसी लड़ाई का खामियाजा अब उनके परिवार को भुगतना पड़ रहा है।
कांग्रेस का विरोध तेज, भाजपा चुप
भूपेश बघेल के इस बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी और उबाल देखने को मिल रहा है। पार्टी प्रवक्ता ने साफ कर दिया है कि वे केंद्र की “एजेंसी पॉलिटिक्स” के खिलाफ सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे। वहीं भाजपा की ओर से इस मुद्दे पर अब तक कोई सीधा बयान नहीं आया है।