बिलासपुर। मौसम ने अचानक करवट बदली और मूसलाधार बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
सबसे ज्यादा परेशानी सरकंडा बंधवापारा क्षेत्र में देखने को मिली, जहां बारिश और नाले का पानी मिलकर घरों व गलियों में भर गया। पूरा मोहल्ला टापू जैसा नजर आने लगा और लोग घरों के भीतर फंसे रहे।
कॉलोनियों व मोहल्लों में पानी भरने से आमजन की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हुई। बच्चे इस स्थिति को खेल-तमाशे की तरह ले रहे हैं और बड़े-बड़े गाड़ी के ट्यूब लेकर पानी में तैराकी करते दिखाई दिए। हालांकि, यह उनकी जान के लिए जोखिमभरा साबित हो सकता है।
लोगों का कहना है कि पानी निकासी की व्यवस्था शहर में पूरी तरह से लचर है। बारिश होते ही नालियां उफान पर आ जाती हैं और मोहल्लों में पानी घुस जाता है। इससे न केवल लोगों की दिनचर्या प्रभावित होती है, बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि नगर निगम की तैयारियों की पोल इस बारिश ने खोल दी है। हर साल बारिश के समय जलभराव की समस्या सामने आती है, लेकिन स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।
शहरवासी अब सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब तक वे जलभराव की समस्या से जूझते रहेंगे और नगर निगम कब तक सिर्फ कागजों में ही व्यवस्थाओं का दावा करता रहेगा?