बिलासपुर।
एनटीपीसी सीपत ने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के उद्देश्य से बिलासपुर में राख आधारित उत्पादों के उपयोग पर एक विशेष सेमिनार आयोजित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भवन निर्माण और अन्य अवसंरचनात्मक कार्यों में फ्लाई ऐश से बने उत्पादों के अधिकतम, प्रभावी और पर्यावरण–अनुकूल उपयोग को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, नगर निगम आयुक्त (IAS) अमित कुमार, एनटीपीसी सीपत परियोजना प्रमुख वी.के. पांडेय तथा क्रेडाई अध्यक्ष सुशील पाटेरिया ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन और ईंट के आकार में विशेष रूप से तैयार केक काटकर किया। इस अनोखे अंदाज ने कार्यक्रम को एक विशेष पहचान दी और राख आधारित उत्पादों की उपयोगिता का प्रतीकात्मक संदेश भी दिया।
सेमिनार में PWD, CPWD, नगर निगम, क्रेडाई, बिलासपुर बिल्डिंग एसोसिएशन, रेलवे, सहित विभिन्न आर्किटेक्ट्स, कॉन्ट्रैक्टर्स और RMC प्लांट प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी की।
इस दौरान फ्लाई ऐश से निर्मित उत्पादों—
- ब्रिक्स,
- इंटरलॉकिंग वॉल ब्लॉक्स,
- विभिन्न आकार व वजन के एग्रीगेट्स,
- पेवर ब्लॉक,
- फ्लोर टाइल्स,
- पार्क बेंच,
- पार्क टेबल
आदि के उपयोग, मजबूती, आर्थिक लाभ तथा पर्यावरणीय महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने बताया कि राख आधारित उत्पाद न केवल लागत प्रभावी हैं, बल्कि कार्बन उत्सर्जन में कमी और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर एनटीपीसी सीपत के महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) सुरोजित सिन्हा ने उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्था निरंतर राख प्रबंधन और उसके उत्पादक उपयोग के लिए आधुनिक तकनीक और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि फ्लाई ऐश आधारित उत्पादों का उपयोग निर्माण क्षेत्र में एक पर्यावरण-सुरक्षित विकल्प के रूप में तेजी से उभर रहा है और एनटीपीसी इस दिशा में नवाचार को प्रोत्साहित कर रहा है।
सफल रहा प्रचार–प्रसार कार्यक्रम
यह महत्वपूर्ण सेमिनार राख आधारित उत्पादों के प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति एनटीपीसी सीपत की प्रतिबद्धता को सफलतापूर्वक प्रदर्शित करता है। उपस्थित प्रतिभागियों और विशेषज्ञों ने कार्यक्रम को ज्ञानवर्धक और उपयोगी बताते हुए भविष्य में ऐसे और आयोजनों की आवश्यकता पर जोर दिया।


