बिलासपुर। तेलीपारा रोड स्थित नरेश बाजार के पीछे नियमों को ताक पर रखकर बनाए जा रहे व्यावसायिक कांपलेक्स की जांच होगी। नगर निगम के अधीक्षण अभियंता जीएस ताम्रकार का कहना है कि इंजीनियर को मौके भेजकर मौके की रिपोर्ट ली जाएगी। महज 15 फीट सड़क पर व्यावसायिक कांपलेक्स बनाने की जानकारी दिए जाने पर अधीक्षण अभियंता कुछ देर के लिए हतप्रभ हो गए और कहा कि ऐसा तो नहीं होना चाहिए, लेकिन फाइल देखने के बाद ही इस बारे में कुछ बता पाऊंगा।
बता दें कि तेलीपारा रोड स्थित नरेश बाजार के पीछे 37 डिसमिल जमीन है, जो मुख्य सड़क से करीब 100 मीटर लंबी और करीब 15 फीट चौड़ी सड़क से जु़डी है। गली में घना बाजार है। सड़क को मिलन गली के नाम से भी जाना जाता है। जमीन किसी रमेशचन्द्र खूबनानी की है, जिनका सम्बन्ध नरेश बाजार से है। यह जमीन पहले आवासीय थी, जिसे अधिकारियों से सांठगांठ कर कमर्शियल मद में परिवर्तित करवा लिया गया। अब इसी जमीन पर कमर्शियल काम्पलेक्स बनाया जा रहा है। ध्यान रहे कि कमर्शियल काम्पलेक्स निर्माण की कुछ अपनी शर्तें हैं, लेकिन यहां सभी शर्तों को दरकिनार कर निगम प्रशासन ने निर्माण की अनुमति दे दी है। नियम विरुद्ध किए जा रहे निर्माण के संबंध में जब अधीक्षण अभियंता ताम्रकार से जानकारी चाही गई तो उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी तो नहीं है। मीडिया के माध्यम से यह मामला संज्ञान में आया है। कल ही इंजीनियर को मौके पर भेजकर रिपोर्ट ली जाएगी। महज 15 फीट सड़क पर कांपलेक्स निर्माण की अनुमति देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा तो नहीं होना चाहिए। निर्माण की अनुमति किस आधार पर दी गई है, यह तो फाइल देखने के बाद ही पता चलेगा।
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अधिग्रहण में होगी भारी परेशानी
अधीक्षण अभियंता ताम्रकार ने स्वीकार किया कि वहां पर घना बाजार और निजी दुकानें हैं। इसलिए सड़क के लिए जमीन अधिग्रहित करने में भारी दिक्कतें आएंगी।
आगजनी हुई तो सबकुछ हो जाएगा तबाह
जिस जमीन पर व्यावसायिक कांपलेक्स का निर्माण किया जा रहा है, वहां तक पहुंचने के लिए महज 15 फीट सड़क है। कांपलेक्स में व्यावसाय शुरू होने के बाद इत्तेफाक से आगजनी की घटना हो गई तो सब कुछ तबाह हो जाएगा, क्योंकि वहां तक दमकल तक नहीं पहुंच पाएगी। यहां यह ध्यान दिलाना जरूरी है कि भारत होजियरी में जब आग लग गई तो दमकल तक आग को काबू में नहीं कर पाई, जबकि यह कांपलेक्स मुख्य सड़क पर ही स्थित है।
इंजीनियर गोपाल ठाकुर ने कहा बस…पर किया कुछ नहीं
नियम विरुद्ध बनाए जा रहे कांपलेक्स के बारे में जब भवन शाखा के इंजीनियर गोपाल ठाकुर को जानकारी दी गई तो उन्होंने दावे के साथ कहा था कि मौके का निरीक्षण कर अधिकारियों को रिपोर्ट दी जाएगी, लेकिन दो दिनों में उन्होंने किया कुछ नहीं।
नगर निगम में भर्राशाही हावी
शहर के हृदय स्थल पर नियम को ताक पर रखकर व्यावसायिक कांपलेक्स का निर्माण किया जा रहा है और इसकी जानकारी न तो भवन शाखा के इंजीनियर ठाकुर को है और न ही अधीक्षण अभियंता ताम्रकार को। इससे साबित हो रहा है कि नगर निगम में भर्राशाही कितनी हावी है। यहां यह सवाल उठना लाजिमी है कि यदि इन दोनों जिम्मेदारों को इस कांपलेक्स के निर्माण की अनुमति के बारे में जानकारी नहीं है तो आखिर किसने अनुमति जारी कर दी।