बिलासपुर। शहर से लगी ग्राम पंचायत खमतराई में अवैध रूप से मुरुम का उत्खनन किया जा रहा है। इसकी जानकारी होने के बाद भी खनिज विभाग के जिम्मेदार अफसरों के मौन रहने के कारण अवैध उत्खननकर्ता को शह देने की बू आ रही है।
बिलासपुर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत खमतराई में सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन है। अन्य गांवों की तरह यहां भी राज्य शासन द्वारा नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी योजना लागू की गई है। सरकारी जमीन को विकसित कर इन योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जाना है, लेकिन सरकार की योजना पर जिले में बैठे खनिज विभाग के अफसर ही पलीता लगाने पर तूले हुए हैं। जोरापारा सरकंडा निवासी सत्येंद्र सिंह पिता उदल सिंह ठाकुर ने बीते 27 मई को कलेक्टर को एक शिकायत पत्र सौंपा है।
इसमें आरोप लगाया गया है कि बंधवापारा सरकंडा निवासी दिव्यराज सिंह पिता अमर सिंह नामक व्यक्ति द्वारा ग्राम पंचायत खमतराई में अवैध मुरुम का उत्खनन किया जा रहा है। यहां रोजाना दर्जनों हाइवा मुरुम भरकर निकल रहे हैं, जिसे दिव्यराज सिंह के बताए गए स्थान पर डंप किया जा रहा है। इससे सरकारी जमीन तालाब में तब्दील हो गई है और राज्य शासन को लाखों रुपए की रायल्टी का अलग से नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कलेक्टर को बताया है कि अवैध उत्खनन की जानकारी सभी ग्रामवासियों को है, लेकिन डर के कारण कोई सामने नहीं आ रहा है। उसने अवैध उत्खनन पर रोक लगाने और अवैध उत्खननकर्ता पर कार्रवाई की मांग की है।